पीएम मोदी की किसानों को सौगात,मत्स्य संपदा योजना के साथ ई-गोपाला ऐप भी किया लान्च
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ₹20,050 करोड़ की पीएमएमएसवाई यानी मत्स्य संपदा योजना को लॉन्च कर लाखों किसानों को तोहफा दिया है।। इस योजना से करीब 55 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
साथ ही प्रधानमंत्री ने किसानों के प्रत्यक्ष उपयोग के लिए एक व्यापक नस्ल सुधार बाजार और सूचना पोर्टल “ई-गोपाला” ऐप भी लॉन्च किया।उन्होंनेबिहार में मत्स्य पालन और पशुपालन क्षेत्रों में कई अन्य पहल की भी शुरूआत की हैं।
जानिए मत्स्य संपदा योजना
पीएमएमएसवाई देश में मत्स्य पालन क्षेत्र के केंद्रित और सतत विकास के लिए एक फ्लैगशिप स्कीम है, जिसका अनुमानित निवेश ₹20,050 करोड़ है।
कल ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “पीएमएमएसवाई मत्स्य क्षेत्र को ‘रूपांतरित’ करेगा और ‘आत्मानिर्भर भारत’ के निर्माण के प्रयासों में मजबूती लाएगा।
उन्होनें कहा की,समुद्री तूफान,बाढ़, चक्रवात जैसी किसी प्राकृतिक आपदा से बुरी तरह ग्रसित मछुआरों को पीएमएमएसवाई का फायदा मिलेगा। इसके तहत मछली पालने करने वाले किसानों को भी आसानी से 3 लाख रुपये तक का लोन मिल सकेगा साथ ही साथ किसानो के लाभ के लिए सरकार ने मछलीपालन को किसान क्रेडिट कार्ड से भी जोड़ दिया है।
क्या हैं ई-गोपाला ऐप
ई-गोपाला ऐप किसानों के प्रत्यक्ष उपयोग के लिए एक व्यापक नस्ल सुधार बाज़ार और सूचना पोर्टल है।
वर्तमान समय में देश में पशुओं का प्रबंधन करने वाले किसानों के लिए कोई डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध नहीं है, जिसमें सभी रूपों में रोग मुक्त जर्मप्लाज्म की खरीद और बिक्री, गुणवत्ता प्रजनन सेवाओं की उपलब्धता और पशु पोषण के लिए किसानों का मार्गदर्शन करना, उपयुक्त दवा का उपयोग कर पशुओं का उपचार करने जैसी सुविधाएं शामिल हो।
अन्य समस्याएं जैसी की टीकाकरण, गर्भावस्था निदान और क्षेत्र में विभिन्न सरकारी योजनाओं और अभियानों के बारे में किसानों को सूचित करने के लिए भी कोई तंत्र नहीं है।
ई-गोपाला ऐप इन सभी पहलुओं पर किसानों को समाधान प्रदान करेगा। किसानों की सुविधा को देखते हुए pmmodi.in पर इस ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।यह ऐप एक अभिनव प्रयास है, जिससे कृषि क्षेत्र को बहुत लाभ हो सकता हैं।