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छत्तीसगढ़ : धमतरी में 'आयुष्मान भारत योजना' का आशीर्वाद, मरीजों को मुफ्त इलाज का मिला वरदान

 

धमतरी, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में आयुष्मान भारत योजना गरीबों और आम लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। मौजूदा समय में निजी अस्पतालों में महंगा इलाज करा पाना आमजनों के लिए मुश्किल है। ऐसे में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना ने स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बड़ी राहत दी है।

इस योजना के तहत लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसका सीधा फायदा जरूरतमंद परिवारों को मिल रहा है। धमतरी जिले में भी इस योजना का प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा है और बड़ी संख्या में लोग इसका लाभ उठाकर अपनी जिंदगी बचा रहे हैं।

स्थानीय आयुष्मान कार्डधारकों ने बताया कि पहले किसी गंभीर बीमारी के लिए निजी अस्पतालों में इलाज कराने की सोचकर ही घबराहट होने लगती थी। कई बार समय पर इलाज नहीं मिल पाने से स्थिति गंभीर हो जाती थी और कुछ मामलों में मरीजों की जान तक चली जाती थी।

निजी अस्पतालों में भर्ती होने पर गरीब परिवारों की पूरी जमा-पूंजी खर्च हो जाया करती थी। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू की गई आयुष्मान योजना ने इन चुनौतियों को काफी हद तक दूर कर दिया है और अब लोग बिना आर्थिक तनाव के इलाज करा पा रहे हैं।

आयुष्मान कार्डधारी ढालवेंद्र साहू ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि अब उन्हें किसी भी बीमारी में आयुष्मान कार्ड के जरिए मुफ्त इलाज मिल जाता है। इससे गरीब और निम्नवर्गीय परिवारों को बड़ी राहत मिली है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को समझते हुए यह महत्वाकांक्षी योजना शुरू की, जिसने लाखों लोगों को नई जिंदगी दी है। साहू ने इस योजना का लाभ मिलने पर प्रधानमंत्री मोदी और सीएम विष्णु देव साय के प्रति आभार जताया।

वहीं, लाभार्थी खेमराज साहू ने अपनी आपबीती साझा करते हुए बताया कि कुछ समय पहले वह सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उस समय बड़े अस्पताल में इलाज कराने की आर्थिक क्षमता नहीं थी। बाद में उन्हें आयुष्मान कार्ड के बारे में जानकारी मिली और उन्होंने तुरंत कार्ड बनवाया। इसके बाद उन्हें अच्छे अस्पताल में पूरा और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिला। आज वह पूरी तरह स्वस्थ हैं।

खेमराज का कहना है कि यदि आयुष्मान योजना न होती, तो उनका सही इलाज संभव नहीं था। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना ने उनकी जिंदगी बचाई है।

--आईएएनएस

एएसएच/एबीएम