×

फेरों से पहले दुल्हन ने रखी अनोखी मांग, नहीं माना तो देवर के साथ भाग गई दुल्हनिया

 

उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने न केवल सामाजिक मर्यादाओं को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि यह सोचने पर भी मजबूर कर दिया है कि आधुनिक सोच के नाम पर कुछ लोग रिश्तों की सीमाएं कैसे पार कर जाते हैं। यहां एक नवविवाहिता को अपने पति की दाढ़ी इतनी नापसंद थी कि उसने पति को छोड़ अपने ही देवर के साथ भागने का रास्ता चुन लिया।

घटना मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के उज्ज्वल गार्डन इलाके की है। यहां के रहने वाले एक मौलाना की शादी सात महीने पहले इंचौली निवासी एक युवती से हुई थी। विवाह पूरी रीति-रिवाज के साथ संपन्न हुआ था, लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच अनबन शुरू हो गई। नवविवाहिता को अपने पति की दाढ़ी पसंद नहीं आई और उसने पति पर बार-बार दाढ़ी कटवाने का दबाव डालना शुरू कर दिया।

पत्नी का कहना था कि शादी उसके परिजनों के दबाव में की गई थी और यदि उसे इस रिश्ते को निभाना है, तो पति को दाढ़ी हटानी होगी। मौलाना ने धार्मिक मान्यताओं का हवाला देते हुए दाढ़ी कटवाने से इनकार कर दिया। जब मामला बिगड़ने लगा तो पति ने पत्नी के परिवार को भी इसकी जानकारी दी, लेकिन बात नहीं बनी।

इसी बीच हालात और बिगड़ गए जब मौलाना को पता चला कि उसकी पत्नी का उसके छोटे भाई यानी देवर के साथ प्रेम संबंध है। एक दिन जब मौलाना काम से बाहर गया, तो पत्नी और देवर घर से फरार हो गए। जब काफी तलाश के बाद भी दोनों का कुछ पता नहीं चला तो मौलाना ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान मिले सुरागों और मोबाइल लोकेशन के आधार पर यह पता चला कि फरार महिला इस समय पंजाब के लुधियाना शहर में है। पुलिस ने महिला और उसके देवर की तलाश के लिए एक टीम रवाना कर दी है।

मौलाना का कहना है कि उसकी पत्नी शुरू से ही 'आज़ाद खयालात' की थी। वह पारंपरिक जीवनशैली को अपनाने को तैयार नहीं थी। शादी के बाद वह कई बार पति से कह चुकी थी कि या तो वह दाढ़ी हटाए या फिर साथ रहने की बात भूल जाए।

पुलिस का कहना है कि यह मामला न केवल पारिवारिक कलह का है, बल्कि इसमें भाई के साथ भागने जैसी गंभीर बात भी शामिल है, इसलिए इसे पूरी गंभीरता से जांचा जा रहा है।

निष्कर्ष:
यह घटना समाज के उस बदले हुए चेहरे को उजागर करती है, जहां व्यक्तिगत पसंद और आज़ादी के नाम पर रिश्तों की नींव हिलाई जा रही है। वहीं, यह मामला पुलिस और समाज दोनों के लिए एक चेतावनी भी है कि आपसी संवाद और समझ की कमी किस हद तक रिश्तों को तोड़ सकती है।