Bengaluru के कलसीपल्या बस स्टैंड पर बम अलर्ट, जिलेटिन स्टिक व डेटोनेटर मिलने से मची अफरा-तफरी
संदिग्ध बैग ने मचाई हलचल
घटना सुबह लगभग 9 बजे के आसपास सामने आई, जब एक यात्री ने शौचालय के पास रखे बैग को देखा। यात्री को बैग संदिग्ध लगा, जिसके बाद उसने नजदीकी पुलिस चौकी को इस बारे में जानकारी दी। सूचना मिलते ही बेंगलुरु पुलिस, बम निरोधक दस्ता (Bomb Disposal Squad) और डॉग स्क्वाड मौके पर पहुंच गए। तुरंत पूरे बस स्टैंड को खाली कराया गया और यात्री सुरक्षा के मद्देनज़र पूरे परिसर को घेर लिया गया। वहां मौजूद सैकड़ों यात्रियों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर भेजा गया।
जिलेटिन स्टिक और डेटोनेटर की बरामदगी
मौके पर पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध बैग की जांच के दौरान छह जिलेटिन स्टिक और कई डेटोनेटर बरामद किए गए। इन विस्फोटक सामग्रियों को तुरंत निष्क्रिय कर दिया गया और आगे की जांच के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेज दिया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा:
“हमें इस बैग के स्रोत और उद्देश्य के बारे में पता लगाना है। अभी यह साफ नहीं है कि इन विस्फोटकों को यहां क्यों रखा गया। आसपास के CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है।”
बस स्टैंड पर यातायात प्रभावित
इस घटना के बाद कलसीपल्या बस टर्मिनल के आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। करीब दो घंटे तक बसों का आवागमन बाधित रहा और पूरे क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करना पड़ा, जिससे शहर के कई हिस्सों में ट्रैफिक जाम की स्थिति भी उत्पन्न हुई।
यात्रियों में डर का माहौल
अचानक हुई इस घटना से वहां मौजूद यात्रियों में भय और दहशत का माहौल बन गया। एक यात्री ने बताया:
“मैं सुबह ऑफिस जाने के लिए बस पकड़ने आया था, तभी अचानक पुलिस आई और हमें तुरंत बाहर निकलने के लिए कहा गया। बाद में पता चला कि बम जैसा कुछ मिला है, काफी डर लग रहा है।”
अभी दर्ज नहीं हुई FIR
पुलिस ने अभी तक इस मामले में FIR दर्ज नहीं की है, लेकिन जांच तेज कर दी गई है। क्राइम ब्रांच और इंटेलिजेंस विंग भी मामले में शामिल हो गए हैं। फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों में अलर्ट
हाल ही में बेंगलुरु सहित कई बड़े शहरों में सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया था। इसके चलते यह बरामदगी सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गई है। एक अधिकारी ने बताया:
“हम हर कोण से जांच कर रहे हैं। यह किसी की शरारत भी हो सकती है, स्थानीय रंजिश का मामला भी हो सकता है या फिर आतंक से जुड़ा कोई प्लान भी। अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी।”
बेंगलुरु के लिए क्यों चिंता का विषय?
बेंगलुरु दक्षिण भारत का एक बड़ा आर्थिक और तकनीकी केंद्र है। यह न केवल आईटी कंपनियों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां रोज़ाना लाखों यात्री बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों से गुजरते हैं। इस तरह की घटनाएं सुरक्षा के लिहाज से बड़ी चुनौती पेश करती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जिलेटिन स्टिक का उपयोग आमतौर पर निर्माण कार्यों या खनन में किया जाता है, लेकिन अगर इसे गलत तरीके से उपयोग किया जाए तो यह गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।
पिछले साल भी मिला था संदिग्ध विस्फोटक
यह पहली बार नहीं है जब बेंगलुरु में इस तरह का मामला सामने आया हो। पिछले साल भी शहर के यशवंतपुर रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध बैग मिलने से घबराहट का माहौल बन गया था, हालांकि वह बाद में झूठा अलार्म साबित हुआ।
प्रशासन का बयान
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त ने कहा:
“नागरिकों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। पुलिस की टीमें पूरी सतर्कता के साथ जांच कर रही हैं। हम जल्द ही इस घटना के पीछे की सच्चाई सामने लाएंगे। शहर की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
घटना के बाद से कलसीपल्या बस स्टैंड और उसके आसपास के क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी गई है। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और यात्रियों के सामान की जांच को और सख्त कर दिया गया है। इस घटना ने एक बार फिर शहरी सुरक्षा और सतर्कता के महत्व को सामने ला दिया है। यह साफ है कि इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए स्थानीय पुलिस, खुफिया एजेंसियां और आम जनता को सतर्क रहना जरूरी है। जांच पूरी होने के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था या महज़ एक डर फैलाने की कोशिश।