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भेड़ाघाट की संगमरमर कला को मिली नई पहचान, मूर्तिकारों ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया

 

भेड़ाघाट, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। 'भारत का ग्रैंड कैन्यन' कहा जाने वाला भेड़ाघाट मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में स्थित एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। भेड़ाघाट अपनी पत्थर कला, विशेष रूप से संगमरमर की मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध है। इस क्षेत्र के कारीगर नर्मदा नदी के किनारे पाए जाने वाले कोमल संगमरमर से जटिल देवी-देवताओं और अन्य मूर्तियां बनाते हैं।

मूर्तिकार संगमरमर को विस्तृत देवी-देवताओं और अनूठी मूर्तियों में बदलते हैं, जिससे कई मूर्तिकारों और उनके परिवारों को आजीविका के अवसर मिलते हैं। भेड़ाघाट में संगमरमर और पत्थर ढलाई उद्योग एक महत्वपूर्ण व्यवसाय है, जो अनेक निवासियों के लिए रोजगार और आय का स्रोत है।

मूर्तिकार शेख अहफाज ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि यहां की कलाकृति और हाथ से बने हुए सामान प्रसिद्ध हैं। यशोभूमि में आयोजित हुए कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काफी सराहा था। हमारी तरफ से प्रधानमंत्री मोदी के लिए खास तोहफे दिए गए।

शेख अहफाज ने बताया कि संगमरमर के कई तरह के सामान बनाए जाते हैं। हम प्रधानमंत्री मोदी के आभारी हैं, जो इस काम को महत्व देते हैं। उन्होंने जमीनी स्तर के कारीगरों के बारे में सोचा। पीएम नरेंद्र मोदी से पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने उनके बारे में कभी नहीं सोचा।

मूर्तिकार आरोन खान पिछले 40 साल से संगमरमर की मूर्तियां बनाने और बेचने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संगमरमर से बनी हुई हर प्रकार की मूर्तियां बनाई जाती हैं। सभी मूर्तियों को कारीगर अपने हाथों से तैयार करते हैं।

बता दें कि भेड़ाघाट अपनी आकर्षक संगमरमर की चट्टानों के लिए जाना जाता है, जहां चूना पत्थर की चट्टानें नदी से 30 मीटर ऊपर तक उठती हैं। इसके अलावा, भेड़ाघाट क्षेत्र के अद्वितीय संगमरमर में सफेद, धूसर, गुलाबी और नीले-धूसर जैसे विभिन्न रंग होते हैं, जो संगमरमर की चट्टानों की सुंदरता को और भी बढ़ा देते हैं।

भेड़ाघाट पर्यटकों को संगमरमर की चट्टानों की असाधारण सुंदरता का अनुभव करने का अवसर देता है, जो नर्मदा नदी के किनारे रंगों और आकृतियों की एक शानदार श्रृंखला को दिखाता है। यह क्षेत्र भूवैज्ञानिक रूपांतरण की एक उल्लेखनीय झलक पेश करता है और इसमें कुछ सबसे अद्भुत चट्टान संरचनाएं भी हैं।

--आईएएनएस

डीसीएच/