×

‘भाभी जी कैफे में आ जाओ प्लीज…’, पति के जिस दोस्त पर किया ऐतबार, उसी ने कर डाला कांड

 

मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। यहां एक महिला को उसके ही पति के दोस्त ने भरोसे में लेकर बुलाया और फिर उसके साथ ऐसी घिनौनी हरकत की, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं। मामला आधारताल थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

दोस्ती की आड़ में दरिंदगी

पीड़िता के मुताबिक, उसका पति और आरोपी मोहित पटेल पुराने दोस्त हैं। इसी रिश्ते के भरोसे मोहित ने महिला को फोन कर कैफे बुलाया। उसने महिला से कहा, "भाभी जी, मुझे आपसे जरूरी बात करनी है, मून लाइट कैफे आ जाइए।" महिला ने पति के दोस्त पर विश्वास करते हुए उससे मिलने की हामी भर दी। लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि ये भरोसा उसके जीवन की सबसे भयानक घटना में बदल जाएगा। कैफे पहुंचते ही मोहित महिला को एक सीक्रेट केबिन में ले गया। वहां उसने पहले महिला के साथ छेड़छाड़ की और फिर जब महिला ने विरोध किया तो जबरदस्ती उसके साथ रेप किया। महिला की चीख-पुकार के बावजूद वहां किसी ने कोई मदद नहीं की। जाते-जाते मोहित ने महिला को धमकी दी, "अगर किसी को भी बताया तो जान से मार दूंगा।"

पुलिस ने तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार

इस घटना से स्तब्ध महिला ने पहले तो डर के कारण किसी को कुछ नहीं बताया, लेकिन कुछ दिनों बाद उसने हिम्मत जुटाई और आधारताल थाने पहुंचकर पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई। पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए न सिर्फ मुख्य आरोपी मोहित पटेल को गिरफ्तार किया, बल्कि कैफे संचालक अमन राठौर और एक अन्य सहयोगी प्रिंस रजक को भी हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि तीनों से पूछताछ की जा रही है और मामले की गहन जांच की जा रही है। महिला का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

भरोसे को किया तार-तार

पीड़िता ने बताया, "मैंने मोहित पर सिर्फ इसलिए भरोसा किया क्योंकि वो मेरे पति का दोस्त था। लेकिन मैं ये नहीं जानती थी कि वो किस इरादे से मुझे कैफे में बुला रहा है। पहले तो उसने मुझे बातों में उलझाया और फिर जबरन कैबिन में ले जाकर मेरे साथ दुष्कर्म किया।"

उठ रहे कई सवाल

इस पूरी घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या कैफे संचालकों की मिलीभगत थी? आखिर महिला को एकांत केबिन तक ले जाने की अनुमति कैसे मिली? और सबसे अहम सवाल, क्या ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन और सख्ती नहीं बरतेगा?  फिलहाल पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य तकनीकी सबूतों की जांच कर रही है। पीड़िता की सुरक्षा को लेकर भी पुलिस सतर्क है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि महिलाओं को अपने आसपास के लोगों पर भी सतर्कता से भरोसा करना चाहिए और प्रशासन को ऐसे मामलों में त्वरित और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए।

मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। यहां एक महिला को उसके ही पति के दोस्त ने भरोसे में लेकर बुलाया और फिर उसके साथ ऐसी घिनौनी हरकत की, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं। मामला आधारताल थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

दोस्ती की आड़ में दरिंदगी

पीड़िता के मुताबिक, उसका पति और आरोपी मोहित पटेल पुराने दोस्त हैं। इसी रिश्ते के भरोसे मोहित ने महिला को फोन कर कैफे बुलाया। उसने महिला से कहा, "भाभी जी, मुझे आपसे जरूरी बात करनी है, मून लाइट कैफे आ जाइए।" महिला ने पति के दोस्त पर विश्वास करते हुए उससे मिलने की हामी भर दी। लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि ये भरोसा उसके जीवन की सबसे भयानक घटना में बदल जाएगा।

कैफे पहुंचते ही मोहित महिला को एक सीक्रेट केबिन में ले गया। वहां उसने पहले महिला के साथ छेड़छाड़ की और फिर जब महिला ने विरोध किया तो जबरदस्ती उसके साथ रेप किया। महिला की चीख-पुकार के बावजूद वहां किसी ने कोई मदद नहीं की। जाते-जाते मोहित ने महिला को धमकी दी, "अगर किसी को भी बताया तो जान से मार दूंगा।"

पुलिस ने तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार

इस घटना से स्तब्ध महिला ने पहले तो डर के कारण किसी को कुछ नहीं बताया, लेकिन कुछ दिनों बाद उसने हिम्मत जुटाई और आधारताल थाने पहुंचकर पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई। पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए न सिर्फ मुख्य आरोपी मोहित पटेल को गिरफ्तार किया, बल्कि कैफे संचालक अमन राठौर और एक अन्य सहयोगी प्रिंस रजक को भी हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि तीनों से पूछताछ की जा रही है और मामले की गहन जांच की जा रही है। महिला का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

भरोसे को किया तार-तार

पीड़िता ने बताया, "मैंने मोहित पर सिर्फ इसलिए भरोसा किया क्योंकि वो मेरे पति का दोस्त था। लेकिन मैं ये नहीं जानती थी कि वो किस इरादे से मुझे कैफे में बुला रहा है। पहले तो उसने मुझे बातों में उलझाया और फिर जबरन कैबिन में ले जाकर मेरे साथ दुष्कर्म किया।"

उठ रहे कई सवाल

इस पूरी घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या कैफे संचालकों की मिलीभगत थी? आखिर महिला को एकांत केबिन तक ले जाने की अनुमति कैसे मिली? और सबसे अहम सवाल, क्या ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन और सख्ती नहीं बरतेगा? फिलहाल पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य तकनीकी सबूतों की जांच कर रही है। पीड़िता की सुरक्षा को लेकर भी पुलिस सतर्क है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि महिलाओं को अपने आसपास के लोगों पर भी सतर्कता से भरोसा करना चाहिए और प्रशासन को ऐसे मामलों में त्वरित और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए।