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बंगाल पुलिस ने जारी की एडवाइजरी, सीएम के नाम पर मिल रहे 'इंस्टेंट लोन' के विज्ञापनों से रहें दूर

 

कोलकाता, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल पुलिस ने लोगों को चेतावनी दी कि सोशल मीडिया पर सीएम ममता बनर्जी के नाम और तस्वीरों का इस्तेमाल करके फर्जी सरकारी लोन के विज्ञापन फैलाए जा रहे हैं। पुलिस ने लोगों से सचेत रहने को कहा है।

एक पब्लिक एडवाइजरी में राज्य पुलिस ने कहा कि जो भी इस जाल में फंसेगा, उसे हजारों रुपए का नुकसान हो सकता है। पश्चिम बंगाल पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन स्कैम से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और अगर वे इसका शिकार हो जाते हैं तो क्या करना चाहिए।

बंगाल पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "पश्चिम बंगाल पुलिस के संज्ञान में आया है कि धोखेबाज लोग गुमराह करने वाले विज्ञापन और सोशल मीडिया कंटेंट फैला रहे हैं, जिसमें वे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम और फोटो का गलत इस्तेमाल करके लोगों को लुभा रहे हैं और 'इंस्टेंट लोन', 'सिबिल स्कोर के बिना लोन', 'सरकार द्वारा मंजूर वित्तीय योजनाएं' और 'बिना वेरिफिकेशन के गारंटीड लोन' जैसे ऑफर दे रहे हैं।"

पुलिस ने साफ किया कि मुख्यमंत्री या पश्चिम बंगाल सरकार ने ऐसी कोई लोन स्कीम मंजूर नहीं की है। जो भी लोग इसमें शामिल हैं, उनकी तलाश की जा रही है। ये विज्ञापन पूरी तरह से फर्जी हैं। मुख्यमंत्री के नाम या तस्वीर का इस्तेमाल बिना इजाजत और गैरकानूनी है।"

एडवाइजरी के अनुसार, धोखेबाज आमतौर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर विज्ञापन या रील्स फैलाते हैं। यूजर्स को नकली ऐप्स, वेबसाइटों या व्हाट्सएप नंबरों पर भेजते हैं। इसके बाद पर्सनल जानकारी, आधार, पैन, ओटीपी और बैंक की जानकारी मांगते हैं।

पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि वे सोशल मीडिया पर 'नो सिबिल,' 'इंस्टेंट अप्रूवल' या 'सरकार समर्थित' जैसे लोन ऑफर पर भरोसा न करें। मोबाइल पर भेजे गए संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें या अनजान लोन ऐप इंस्टॉल न करें। ओटीपी, बैंक जानकारी या पहचान के दस्तावेज शेयर न करें और लोन ऑफर को सिर्फ अधिकृत बैंकों के जरिए ही वेरिफाई करें।

--आईएएनएस

एसएके/वीसी