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सात फेरों से पहले दुल्‍हन ने देख ली ऐसी चीज, बोली- नहीं कर सकती शादी; बैरंग लौटी बारात 

 

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में रविवार को एक शादी समारोह उस समय हंगामे में बदल गया जब नई नवेली दुल्हन विदाई से पहले थाने जा पहुंची। सजी-धजी दुल्हन ने पुलिस थाने में पहुंचकर जमकर हंगामा किया और दूल्हे के बड़े भाई व दोस्तों को छोड़ने की मांग की। यह पूरा घटनाक्रम इतना फिल्मी था कि मौके पर मौजूद हर व्यक्ति हैरान रह गया। देखते ही देखते स्थानीय लोग भी थाने के बाहर जमा हो गए और माहौल गर्म हो गया।

कैसे शुरू हुआ सारा विवाद?

पूरा मामला मौदहा कोतवाली क्षेत्र के एक गेस्ट हाउस में हुए विवाह समारोह का है, जहां एक ही परिवार के हिमांशु निषाद की शादी उसके छोटे भाई विकास निषाद से हो रही थी। शादी के दौरान जब डीजे पर डांस चल रहा था, तभी दूल्हे के दोस्तों ने नोट उड़ाने शुरू कर दिए। नोट उड़ते देख कुछ स्थानीय युवक भी लपक पड़े। इस दौरान नोटों को लेकर धक्का-मुक्की होने लगी और एक युवक को चोट लग गई। इस छोटे से विवाद ने धीरे-धीरे तूल पकड़ लिया और दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। डीजे की धुनें गालियों और थप्पड़ों में बदल गईं। मारपीट की सूचना पर मौदहा पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के करीब छह से अधिक युवकों को हिरासत में ले लिया, जिनमें दूल्हे का बड़ा भाई हिमांशु भी शामिल था।

दूल्हा बोला: “जब तक भाई नहीं आएगा, शादी नहीं करूंगा”

बड़े भाई और दोस्तों की गिरफ्तारी से दूल्हा विकास बुरी तरह नाराज हो गया। उसने गुस्से में शादी की आगे की सभी रस्में निभाने से इनकार कर दिया। उसने साफ शब्दों में कहा कि जब तक उसका भाई और दोस्त रिहा नहीं होते, वह विदाई समेत कोई रस्म पूरी नहीं करेगा। दूल्हे की इस जिद से परिवार में तनाव और बेचैनी फैल गई।

थाने पहुंची सजी-धजी दुल्हन, जमकर किया हंगामा

दूल्हे की जिद और रस्में अटकने पर आखिरकार दुल्हन खुद शादी के जोड़े में पुलिस थाने पहुंच गई। उसने पुलिस से अपने जेठ और दूल्हे के दोस्तों को छोड़ने की मांग करते हुए जोरदार हंगामा किया। सजी-धजी दुल्हन को थाने में देखकर हर कोई चौंक गया, लेकिन उसने डटकर पुलिस से बहस की और कहा कि बिना जेठ के घर नहीं जाएगी। इस दौरान दुल्हन के साथ आईं कुछ महिलाएं भी पुलिस से उलझ गईं और शादी में हुई मारपीट को गलतफहमी करार दिया। माहौल तनावपूर्ण हो गया, लेकिन मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने समझदारी से काम लिया।

पुलिस ने क्या किया?

मौदहा सीओ विनीता सिंह पहल ने तत्काल मामले में हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों को शांत करवाया। उन्होंने बताया कि शादी समारोह में हुए झगड़े को लेकर दोनों पक्षों का शांतिभंग में चालान किया गया है। इसके बाद पुलिस ने हिरासत में लिए गए सभी युवकों को समझा-बुझाकर छोड़ दिया, ताकि शादी की रस्में आगे बढ़ सकें।

विदाई के बजाय कोर्ट ड्रामा!

इस पूरे घटनाक्रम ने शादी को एक कोर्ट-ड्रामा में तब्दील कर दिया। आमतौर पर जहां विदाई के समय भावनाएं उमड़ती हैं, वहीं इस शादी में विदाई से पहले थाने का माहौल गर्म, कैमरे ऑन और लोग तमाशबीन बन गए। हालांकि, पुलिस की सूझबूझ से मामला ज्यादा नहीं बिगड़ा और शादी की रस्में देर रात तक पूरी की गईं।

समाज के लिए सीख

यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि आज के समय में शादियों में दिखावा और मनोरंजन कभी-कभी हालात बिगाड़ सकते हैं। डांस और नोट उड़ाने जैसे चलन कभी-कभी स्थिति को तनावपूर्ण बना देते हैं। इसके अलावा, यह घटना यह भी दिखाती है कि भावनाएं और रिश्तों की गहराई कितनी मजबूत होती है — जब एक नई दुल्हन अपने जेठ और दूल्हे के दोस्तों के लिए थाने तक पहुंच जाए।