बाबर के नाम पर मस्जिद बनाकर भारत में नए विवाद को जन्म दिया जा रहा : शिया धर्मगुरु
लखनऊ, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में 'बाबरी मस्जिद' की नींव रखे जाने की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि बाबर के नाम पर मस्जिद बनाकर भारत में नए विवाद को जन्म दिया जा रहा है।
'बाबरी मस्जिद' विवाद पर मौलाना यासूब अब्बास ने आईएएनएस से कहा, "यह दुख की बात है कि बाबरी मस्जिद के नाम पर देश में नया बवाल खड़ा किया जा रहा है। चाहे पश्चिम बंगाल हो, उत्तर प्रदेश हो, बिहार हो, पंजाब हो या कश्मीर, किसी भी राज्य में बाबर के नाम पर मस्जिद बर्दाश्त नहीं है।"
मौलाना यासूब अब्बास ने आगे कहा, "मस्जिदों का नाम अल्लाह, पैगंबर या इमामों पर होना चाहिए। बाबर, अकबर या औरंगजेब के नाम पर मस्जिद का नाम रखना गलत है। देश को दोबारा फसाद की आग में झोंकना सही नहीं है।" उन्होंने मांग उठाई कि हुमायूं कबीर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस से निकाले गए विधायक हुमायूं कबीर ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में 'बाबरी' के नाम से मस्जिद की नींव रखी है। यह उस समय हुआ है, जब शनिवार को ही अयोध्या में गिराए गए विवादित ढांचे को 33 साल पूरे हुए हैं। मुस्लिम समुदाय उस विवादित ढांचे को 'बाबरी मस्जिद' बताता रहा है।
हुमायूं कबीर ने पिछले दिनों ऐलान किया था कि वह 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद में 'बाबरी मस्जिद' का शिलान्यास करेंगे। घोषणा के अनुसार, उन्होंने शनिवार को मुर्शिदाबाद में मस्जिद की नींव रखी।
वहीं, मौलाना यासूब अब्बास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को 'भगवद् गीता' भेंट किए जाने पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा, "इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति पुतिन को 'भगवद् गीता' गिफ्ट की, क्योंकि वे भारत आए थे, जहां ज्यादातर हिंदू हैं। जब पुतिन किसी इस्लामिक देश में जाते हैं, तो उन्हें कुरान गिफ्ट की जा सकती है। इसलिए यह हिंदू-मुस्लिम का मामला नहीं है।"
--आईएएनएस
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