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खरीफ फसलों का रकबा 580 लाख हेक्टेयर, 199 फीसदी बढ़ी तुअर की बुवाई

 

मानसून के समय से दस्तक देने और देशभर में औसत से ज्यादा बारिश होने से इस साल खरीफ फसलों की बुवाई में जबरदस्त तेजी आई है। देशभर में खरीफ फसलों का रकबा पिछले साल से 44 फीसदी बढ़कर 580 लाख हेक्टेयर हो गया है।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी बुवाई के आंकड़ों के अनुसार, चालू खरीफ सीजन में अब तक 580.21 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई हुई है जोकि पिछले साल की समान अविध के 402.57 लाख हेक्टेयर से 44.13 फीसदी अधिक है।

खासतौर से दलहनों की खेती में किसानों ने काफी दिलचस्पी दिखाई है। दलहनों में भी तुअर का रकबा पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 199.20 फीसदी बढ़कर 26.18 लाख हेक्टेयर हो गया है। वहीं, उड़द का रकबा 19.79 लाख हेक्टेयर और मूंग का बुवाई क्षेत्र 15.16 लाख हेक्टेयर हो गया है। सभी दलहन फसलों का रकबा पिछले साल के मुकाबले 162.35 फीसदी बढ़कर 64.25 लाख हेक्टेयर हो गया है। वहीं, तिलहनों का रकबा 85.16 फीसदी बढ़कर 139.37 लाख हेक्टेयर हो गया है।

खरीफ सीजन की प्रधान फसल धान की बुवाई 120.77 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 26.16 फीसदी अधिक है। मोटे अनाजों का रकबा पिछले साल से 29.57 फीसदी बढ़कर 93.24 लाख हेक्टेयर हो गया है। गन्ने की खेती 50.89 लाख हेक्टेयर में हुई जो पिछले साल से 0.59 फसदी अधिक है। वहीं, कपास का रकबा 104.82 लाख हेक्टेयर हो गया है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 34.89 फीसदी ज्यादा है।

कृषि मंत्रालय ने कहा कि कोरोना महामारी से खरीफ फसलों की बुवाई पर कोई असर नहीं पड़ा है और मानसून के बेहतर रहने के पूर्वानुमान के बाद मंत्रालय ने सभी राज्यों में समय से उर्वरकों के वितरण की व्यवस्था की।

चालू मानसून सीजन में नौ जुलाई तक देशभर में 275.4 मिलीमीटर बारिश हुई जोकि औसत से 13 फीसदी ज्यादा है।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस