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अंत्योदय एवं आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अटल कैंटीन ऐतिहासिक पहल: रविन्द्र इन्द्राज

 

नई दिल्ली, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। अंत्योदय संकल्प की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती एवं जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर गुरुवार को दिल्लीवासियों को अटल कैंटीन का उपहार मिला है।

यह अटल कैंटीन गरीब, मजदूर एवं निम्न आय वर्ग के पोषण और जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। यह बात दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह ने गुरुवार को बवाना के ए-ब्लॉक एसआरएस/ जे जे कॉलोनी एवं सी-ब्लॉक, शाहबाद डेयरी में स्थानीय निवासियों के साथ अटल कैंटीन के शुभारम्भ के अवसर पर कही।

समाज कल्याण मंत्री ने अटल कैंटीन में स्वयं भोजन परोसते हुए भोजन की गुणवत्ता परखी और भोजन कर रहे लोगों से फीडबैक भी लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के स्पष्ट निर्देश हैं कि भोजन की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न हो। पांच रुपये की थाली में भरपूर पोषण सुनिश्चित किया जाए और इस पर निरंतर निगरानी रखी जाए।

इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री ने ठंड से बचाव के लिए गरीब परिवारों को कंबल का वितरण भी किया। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि दिल्ली सरकार गरीब परिवारों, मजदूरों एवं निम्न आय वर्ग के शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण का समग्र रूप से ध्यान रख रही है। सरकार स्कूलों में बेहतर शिक्षा, आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा, आरोग्य मंदिरों में निःशुल्क दवा एवं जांच, पोषण किट के वितरण के साथ-साथ अब अटल कैंटीन के माध्यम से सस्ता और पौष्टिक भोजन भी उपलब्ध करा रही है।

समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार अटल जी और डॉ. अम्बेडकर जी के सपनों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने इस अवसर पर भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि तीन बार देश का नेतृत्व करने के साथ-साथ अटल जी ने भारत को 21वीं सदी के लिए तैयार करने में ऐतिहासिक भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में विश्व की सबसे बड़ी सड़क परियोजनाओं में से एक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू हुई, भारत पहली बार एक पूर्ण विकसित परमाणु शक्ति संपन्न देश बना, टेलिकॉम क्रांति और इंटरनेट के जरिये डिजिटल भारत की आधारशिला रखी गई एवं शिक्षा को मूल अधिकार बनाया गया। पूर्व पीएम ने संसद में राजनीतिक शुचिता की ऐसी लकीर खींची जो हमेशा पक्ष और विपक्ष को संसदीय व्यवहार की प्रेरणा देती रहेगी।

--आईएएनएस

डीएससी