×

अनिद्रा से ब्लड प्रेशर तक, औषधीय गुणों की खान है कमल

 

नई दिल्ली, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। कीचड़ भरे तालाबों में खिलने वाला सुंदर कमल का फूल न केवल आंखों को सुकून देता है, बल्कि हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व भी है। यही नहीं, सेहत के लिए भी कमल कमाल है। एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर कमल को आयुर्वेद में सेहत का वरदान माना जाता है।

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि कमल प्रकृति का ऐसा उपहार है जो सौंदर्य और स्वास्थ्य दोनों को निखारता है। कमल के फूल, पत्ते, बीज और जड़ सभी औषधि के रूप में उपयोगी हैं। आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि कमल कई समस्याओं की दवा कहा जाता है। इसे शीतल और शांतिदायक फूलों की श्रेणी में रखा जाता है।

कमल का सेवन तनाव दूर करने, अनिद्रा ठीक करने और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में भी मदद करता है। इसके अलावा, यह शरीर के तापमान को संतुलित रखता है। कमल में मौजूद औषधीय गुण बुखार, खांसी और लीवर संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी कारगर हैं। कमल के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन कम करते हैं, जबकि एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की देखभाल में उपयोगी हैं। कमल के अर्क से बने उत्पाद त्वचा को नमी देते हैं और चमक बढ़ाते हैं।

कमल की चाय या अर्क पीने से मन शांत होता है और नींद अच्छी आती है।कमल न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।

आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और अनिद्रा आम समस्या बन गई हैं। ऐसे में कमल के फूल, बीज और पत्तियों का उपयोग इनसे राहत दिलाने में कारगर है। अगर पेट साफ नहीं होता या गर्मी से मुंह में छाले हो जाते हैं, तो कमल का फूल मदद करता है। यह पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है और पेट की जलन शांत करता है।

आयुर्वेद में इसे रक्त शोधक और हृदय टॉनिक भी है। कमल के नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है और इम्यूनिटी मजबूत होती है। कमल की पत्तियों का उपयोग डिटॉक्स के लिए भी किया जाता है।

एक्सपर्ट के अनुसार, कमल का सेवन करने से हेल्थ को एक-दो नहीं बल्कि कई लाभ मिलते हैं। हालांकि, सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

--आईएएनएस

एमटी/डीकेपी