इतिहास की सबसे खूबसूरत स्त्री, जिसे मार डाला दुनिया ने
जयपुर। वैसे तो भारत में कई सुंदर लड़कियों ने जन्म लिया है। भारत में कई ऐसी सुंदर लड़कियां हुई है जिन की सुंदरता के किस्से सदियों तक मशहुर है। इन लड़कियों में से कई ने तो समाज की वजह से अपने जीवन को ही समाप्त कर लिया। आज हम आप को ऐसी रानी के बारे में बताने जा रहे हैं जिस की सुंदरता की कहानी इतिहास में पढ़ी जाएगी। इश रानी का नाम रूपमती था। जैसा उस का नाम था वैसी ही वह खूबसूरत भी थी। जिसकी कहानी आज भी इतिहास में पढ़ी जाती है। रूपमती मांडू के एक किसान की बेटी थी। रुपमती सुंदर होने के साथ साथ गायक कला में भी निपुण थी। तथा सुरीली आवाज की धनी थी।
उस समय बाज बहादुर मांडू के अंतिम स्वतंत्र शासक थे। जब बाज बहादुर को रुपमती की सुंदरता के बारे में पता चला तो बाज बहादुर ने रूपमती को अपने महल में बुलवा लिया। बाज बहादुर रूपमती के संगीत सुनकर तथा सुंदरता देखकर बहुत प्रसन्न हुए अत्यधिक प्रसन्न हुए। तथा रुपमती और बाज बहादुर में प्रेम हो गया। तथा दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद जब दिल्ली के राजा अकबर को रूपमती की सुंदरता के बारे में पता चला तो उसके अंदर भी रूपमती को पाने की इच्छा जाग्रत हो गई। इसके बाद अकबर ने उसने बाज बहादुर को पत्र लिखा कि वे रूपमती को अकबर की सेवा में भेज दें।
अकबर के पत्र में लिखी बात को सुन कर बाज बहीदुर को गुस्सा आ गया तथा बाज बहादुर ने अकबर को पत्र लिखा कि वह उस की सबसे प्रिय रानी को बाज बहादुर के पास मांडु भेज दे। बाज बहादुर के इस पत्र को पढ़कर अकबर आग बबूला हो गया। तथा अकबर ने अपने सेनापति आजम खां को मांडु पर आक्रमण करने की आदेश दे दिया। तथा अकबर ने आजम खान को आदेश दिया कि रूपमती को बंदी बनाकर अकबर के सामने पेश किया जाए।
अकबर का आदेश मिलते ही आजम खान ने अपनी विशाल काय सेना लेकर बाज बदादुर पर अटैक कर दिया। बाज बहादुर की छोटी सी सेना ने आजम खान की इस विशाल सेना का डट कर सामना किया लेकिन बाज बहादुर की छोटी सी सेना आजम खान के कहर को नहीं झेल पाई तथा इस सुद्द में बाज बहादुर की हार हुई और आजम खान ने बाज बहादुर को बंदी बना लिया।
इस बाद जब आजम खान रूपमती को बंदी बनाने के लिए गया तो रुपमती ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली।जब अकबर को इस बात पा पता चला तो अकबर को बहुत पछतावा हुआ तथा अकबर ने रुपमती का मकबार बनवाया तथा बाज बहादुर को भी सम्मान के साथ आजाद कर दिया। तथा बाज बहादुर ने भी मांडु पहुंचकर रूपमती के मकबरे पर सिर रखकर अपने प्राण त्याग दिए। तथा इन दोनों के मकबरे आज भी मध्य प्रदेश में स्थित है।