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पेरेंट्स रखें अपने बच्चों के चिड़चिडेपन का विशेष ध्यान

 

जयपुर।वर्तमान समय में वर्किग माता—पिता के लिए बच्चों को पालना थोड़ा कठिन काम बनता जा रहा है।काम में व्यस्त होने के कारण वे बच्चों पर ध्यान नही दे पाते है और परिवार से अलग रहने के कारण बच्चों को ठीक प्रकार की शिक्षा भी नही मिल पाती है।इसलिए ऐसे माता—पिता को अपने बच्चों पर विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है।घर में बड़े बुजुर्ग होने पर यह समस्या नही होती है लेकिन वर्किग पेरेंट्स के साथ बच्चे अधिक चिडचिडे हो जाते है और अपना हर काम को मनवाने के लिए जिद्द करते है।

इसलिए आज हम आपको बच्चों के इस स्वभाव पर ध्यान देने और इस समस्या को दूर करने के बारे में बता रहे है।अगर आपके बच्चे में लड़ाई- झगड़ा करने की आदत बनी हुई है और आपके द्वारा टोकने के बाद भी आपकी बातें नहीं मानते है तो आप अपने बच्चों को डांटने या मारने की बजाए प्यार से पेश आए और उनके झगड़ा करने का कारण प्यार से पूछे।

क्योंकि गुस्सा करने से आपका बच्चा भी गुस्सा करना सीखता है और यह उसकी आदत बन सकती है।इसके अलावा आपके बच्चे कोई गलती करते है तो उन्हें सबके सामने डांट ना लगाऐं क्योकि ऐसा करने से बच्चे और भी ढीठ बन सकते है और आपका उनपर धीरे—धीरे प्रभाव समाप्त हो सकता है।

इसलिए माता—पिता को चाहिए कि वे बच्चों को अलग कमरे में ले जाकर प्यार से समझाए।ऐसा करने से आपका बच्चा आपकी बात अवश्य समझ सकता है।

आप अपने बच्चों को कई प्रकार के खेलो की जानकारी दे सकते है और उनको खेलने के लिए प्रेरित कर सकते है इससे बच्चों का खाली समय नही मिलेगा और उनका बेहतर विकास भी होगा।

घर में बड़े बुजुर्ग होने पर यह समस्या नही होती है लेकिन वर्किग पेरेंट्स के साथ बच्चे अधिक चिडचिडे हो जाते है और अपना हर काम को मनवाने के लिए जिद्द करते है।अपने बच्चों को डांटने या मारने की बजाए प्यार से पेश आए और उनके झगड़ा करने का कारण प्यार से पूछे।क्योंकि गुस्सा करने से आपका बच्चा भी गुस्सा करना सीखता है और यह उसकी आदत बन सकती है। पेरेंट्स रखें अपने बच्चों के चिड़चिडेपन का विशेष ध्यान