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गरुड़ पुराण के इस वायरल वीडियो में जाने वो 5 विशेष गुण, जिनसे प्रसन्न होती हैं मां लक्ष्मी और जीवन से कोसों दूर रहता है दुर्भाग्य

 

सनातन धर्म में गरुड़ पुराण को अत्यंत महत्वपूर्ण और रहस्यमयी ग्रंथ माना गया है। यह न केवल मृत्यु और परलोक की अवधारणाओं को स्पष्ट करता है, बल्कि जीवित व्यक्ति के आचरण, व्यवहार और जीवनशैली को भी दिशा देता है। इसी गरुड़ पुराण में यह बताया गया है कि कुछ विशेष गुणों वाले लोगों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा हमेशा बनी रहती है, और ऐसे व्यक्ति बुरे समय के प्रभाव से बचे रहते हैं।मां लक्ष्मी केवल धन की नहीं, समृद्धि और शुद्धता की भी देवी हैं। वे केवल भोग-विलास से जुड़े लोगों को ही नहीं, बल्कि धार्मिक, सदाचारी और ईमानदार जीवन जीने वालों को भी अपना वरदान देती हैं। गरुड़ पुराण में वर्णित कुछ ऐसे संकेत और गुण हैं, जिनसे यह जाना जा सकता है कि किन लोगों पर मां लक्ष्मी सदा प्रसन्न रहती हैं।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/K-gyz9D_qLE?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/K-gyz9D_qLE/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title="गरुड़ पुराण के अनुसार अच्छा वक्त आने से पहले मिलते हैं ये 8 संकेत। सकारात्मक संकेत | Garud Puran |" width="695">
1. सत्य बोलने वाले और धर्म का पालन करने वाले लोग
गरुड़ पुराण में कहा गया है कि जो व्यक्ति अपने जीवन में कभी असत्य का सहारा नहीं लेते, चाहे परिस्थिति कैसी भी हो, और जो धर्म के मार्ग पर चलते हैं, उन पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है। ऐसे लोग जीवन में कई बार कठिन परिस्थितियों से गुजरते हैं, परंतु किसी न किसी रूप में उन्हें आर्थिक और मानसिक सहयोग मिलता रहता है।

2. सेवा और दान करने वाले व्यक्ति
जो लोग दूसरों की मदद करते हैं, जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और दान देते हैं, उन पर देवी लक्ष्मी स्वयं प्रसन्न होती हैं। गरुड़ पुराण कहता है कि दान पुण्य करने से धन की हानि नहीं होती, बल्कि उसमें वृद्धि ही होती है। ऐसा व्यक्ति कभी दरिद्रता का सामना नहीं करता और बुरा समय भी उसके पास आने से पहले ही लौट जाता है।

3. साफ-सफाई और शुद्धता का ध्यान रखने वाले
मां लक्ष्मी को शुद्धता प्रिय है। जो लोग अपने घर और शरीर की स्वच्छता का पूरा ध्यान रखते हैं, नियमित स्नान करते हैं, पूजा-पाठ में लगे रहते हैं – उन्हें लक्ष्मीजी का वास सहज रूप से प्राप्त होता है। गरुड़ पुराण में यह भी कहा गया है कि जहां गंदगी और अस्वच्छता होती है, वहां दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा का वास हो जाता है।

4. संयमी और सदाचारी जीवन जीने वाले लोग
ऐसे लोग जो इंद्रियों पर संयम रखते हैं, व्यर्थ की वासनाओं और लालच से दूर रहते हैं, ईमानदारी और विनम्रता के साथ जीवन जीते हैं – वे मां लक्ष्मी के प्रिय होते हैं। गरुड़ पुराण में इन्हें 'धर्मात्मा' कहा गया है। इन लोगों को धन, वैभव और शांति सभी कुछ सहज रूप से प्राप्त होता है।

5. गुरु और माता-पिता की सेवा करने वाले
गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि जो लोग अपने माता-पिता, गुरुजनों और वृद्धों का सम्मान करते हैं तथा सेवा में लगे रहते हैं, उनके घर में मां लक्ष्मी स्वयं निवास करती हैं। यह सेवा केवल शारीरिक नहीं, बल्कि भावनात्मक और आत्मिक स्तर पर होनी चाहिए।