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अगर रिश्ते को रखना है मजबूत तो महिलाओं की इन 5 भावनात्मक कमजोरियों को कभी न करें नजरअंदाज, वीडियो में जाने क्या है वो ?

 

रिश्ते प्यार, समझ और सम्मान पर टिके होते हैं। लेकिन जब बात जीवनसाथी की आती है, तो भावनात्मक समझ और संवेदनशीलता और भी अधिक जरूरी हो जाती है। अक्सर यह देखा गया है कि महिलाएं अपने रिश्ते में बहुत कुछ सह जाती हैं, लेकिन कुछ ऐसी भावनात्मक कमजोरियां होती हैं जिन्हें अगर पुरुष नजरअंदाज कर दें, तो वह रिश्ता धीरे-धीरे बिखरने लगता है।यहां हम बात कर रहे हैं महिलाओं की उन कोमल भावनाओं और कमजोरियों की, जिन्हें पहचानना और सम्मान देना हर पुरुष के लिए जरूरी है, वरना चाहे कितना भी मजबूत रिश्ता हो, वो पलभर में टूट सकता है।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/4ja6CcW7MhY?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/4ja6CcW7MhY/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title="अगर मर्द भांपलें औरत की ये 5 कमजोरियां तो समझो काम बन गया। Female Psychology Exposed" width="1250">
1. भावनात्मक सहारा और सुनने वाला साथी
महिलाएं अक्सर अपनी भावनाओं को बांटने के लिए एक ऐसे साथी की तलाश में होती हैं जो उन्हें सुने, समझे और उनके भीतर की बेचैनी को महसूस कर सके। जब पुरुष उनकी बातों को महत्व नहीं देते या टालने लगते हैं, तो यह उन्हें अंदर से तोड़ देता है। अगर किसी महिला को यह महसूस होने लगे कि उसकी भावनाएं महत्वहीन हैं, तो वह धीरे-धीरे उस रिश्ते से emotionally disconnect हो जाती है।

2. सम्मान की अपेक्षा
महिलाएं सिर्फ प्रेम ही नहीं, बल्कि बराबरी और सम्मान की अपेक्षा भी रखती हैं। अगर कोई पुरुष उनकी बातों को नीचा दिखाए, सार्वजनिक रूप से उनकी बात काटे या उनके फैसलों की उपेक्षा करे, तो ये बातें उन्हें गहराई तक आहत करती हैं।रिश्ते में सम्मान की कमी, महिला को उस रिश्ते में छोटा और उपेक्षित महसूस कराती है, जो रिश्ते की नींव को कमजोर कर देती है।

3. सहयोग की उम्मीद
महिलाएं घर, काम, बच्चों और परिवार की जिम्मेदारियों में दिनभर झूलती रहती हैं। ऐसे में उन्हें एक ऐसे साथी की जरूरत होती है जो उनके बोझ को समझे और उसमें उनका हाथ बंटाए।अगर पुरुष सिर्फ एक “कमाने वाला” बनकर रह जाए और बाकी जिम्मेदारियों को महिला की ड्यूटी मान ले, तो इससे उनके मन में एक असमानता की भावना जन्म लेती है।यह असंतुलन कई बार रिश्तों में दरार पैदा कर देता है।

4. विश्वास की बुनियाद
हर रिश्ते की तरह, महिलाओं के लिए भी विश्वास सबसे बड़ा आधार होता है।अगर उन्हें लगता है कि उनका साथी झूठ बोल रहा है, बात छिपा रहा है या किसी और में ज्यादा दिलचस्पी ले रहा है, तो यह उनकी भावनाओं पर गहरी चोट करता है।महिलाएं भले ही माफ कर दें, लेकिन भरोसा टूट जाए तो वह रिश्ता पहले जैसा नहीं रह पाता।

5. छोटी-छोटी चीजों में अपनापन
महिलाएं उन छोटी-छोटी बातों में प्यार खोजती हैं – समय पर पूछा गया "कैसी हो?", उनके काम की सराहना, अचानक मिली तारीफ, या बिना कहे दिया गया साथ। जब पुरुष इन चीजों को मामूली समझने लगते हैं या इग्नोर करने लगते हैं, तो महिला के भीतर एक खालीपन पनपने लगता है।यह खालीपन धीरे-धीरे रिश्ते को खोखला कर देता है।