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30 साल की उम्र के लोग तेजी से हो रहे है इस बीमारी के शिकार, भूलकर भी इन संकेतों को न करें इग्नोर, एक बार जरूर पढ़ें

 

जयपुर,  आधुनिक जीवनशैली के साथ ही अनियमित खानपान की वजह से 30 से 40 साल की उम्र के लोगों को दिल की बीमारी होनें लगी है। यह परेशआनी इस कदर बढ चुकी है कि छोटी उम्र के बच्चे भी इस बीमारी का शिकार हो रहे है। दिल के रोग को दुनिया मे मौत का सबसे बडा कारण माना जाता है। इसलिए आज आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बता रहे है जिनके बारे जानने के बाद आपको इस बीमारी से पीछा छुडाने में मदद मिलेगी।

पीएसआरआई हार्ट इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ. टी.एस. क्लेर का कहना है कि  किसी व्यक्ति के पास स्वस्थ के लिए स्वस्थ दिल का होना आवश्यक है,  इसलिए दिल के प्रति सतर्कता बहुत जरूरी है। अगर कोई इंसान एक बार दिल का मरीज बन चुका है तो उसे अपने दिल के प्रति बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। दिल को लेकर डॉ. मितेश बी. शर्मा का कहना है कि हर व्यक्ति तनाव से घिरा हुआ है और ह्रदय घात का सबसे बड़ा कारण तनाव है।

इसमे सबसा बड़ा दोष हमारी दिन चर्या का है। शारीरिक गतिविधियों का कम होना इस बीमारी को निमत्रण देने जैसा है। उनका कहना है कि लोग तनाव कम करने के लिए शराब का सेवन करते है लेकिन यह दिल के लिए बेहद खतरनाक होता है। हृदय रोगों के लक्षणों के बारे में बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट के सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमर सिंघल का कहना है कि दिल की बीमारी के शुरुआती लक्षणों को अगर समय से पहेल जान लिया जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है।

इसके लिए इंसान को इन बातों को ध्यान रखना चाहिए। अगर आपके आर्टरी ब्लाक है. यो फिर अटैक है तो आपकी छाती पर दबाव महसूस होनें लगता है। और दर्द होनें लगता है। कुछ लोगों को पाचन संबंधी समस्या भी दिल के कमजोर होनें पर हो सकती है। साथ ही हाथ का दर्द भी इसका एक संकेत होता है। सास लेने मे परेशानी हर्ट फेल का सबसे बड़ा कारण है। अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम जरूर करे। साथ ही किसी कार्डियोलोजिस्ट की सलाह पर व्यायाम शुरू करे जिससे आपका दिल एक दम स्वस्थ रह सके। वहीं अगर आपको थोड़ा भी सीनें मे खिचाव होता है तो चिकित्सक की सलाह जरूर ले साथ ही लंबी लंबी सांस ले जिससे ह्रदय को ऑक्सीजन मिल सके।