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गर्भावस्था में डायबिटीज से अपना बचाव कर बचे गर्भपात के खतरे से

 

जयपुर।आज के समय में डायबिटीज एक ऐसी बीमारी बनती जा रही है जो किसी भी उम्र में हो सकती है।इसलिए डायबिटीज की बीमारी का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है और खास तौर उस समय जब एक महिला गर्भावस्था में हो।क्योंकि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में ब्लड शुगर लेवल में बदलाव होता है।इसके अलावा जो महिला अधिक वजन वाली होती है, उन महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान गेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा अधिक रहता है।

इसलिए गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज की बीमारी का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है क्योंकि इसका असर गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है और गर्भकालीन डायबिटीज के कारण प्रीमेच्योर बेबी और गर्भपात का खतरा भी बढ़ सकता है।

गर्भावस्था में डायबिटीज की शिकायत होने पर गर्भ में पल रहे बच्चे का भी ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है और बच्चे को जरूरत से ज्यादा ऊर्जा प्राप्त होने के कारण इससे बच्चे का वजन बढ़ने लगता है और समय से पहले ही बच्चे के जन्म की संभावना बढ़ जाती है।

इसलिए गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज का खास ख्याल रखते हुए अपनी डाइट को विशेष ध्यान रखे।नियमित तौर पर अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करवाएं। अपने आहार का संतुलित रखे और मीठे पेय पदार्थ का सेवन करने से बचना चाहिए।

शरीर के बढ़ते वजन को नियंत्रित रखने और शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहने के लिए आपको नियमित तौर पर एक्सरसाइज करना भी आवश्यक होता है। कार्बोहाइड्रेट और शुगर वाले खाद्य पदार्थ का सेवन कम से करे और प्रोटीन व फाइबर युक्त भोजन करें। जिससे आपको आवश्यक पौषक तत्व मिलते रहेंगे।

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में ब्लड शुगर लेवल में बदलाव होता है।इसके अलावा जो महिला अधिक वजन वाली होती है, उन महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान गेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा अधिक रहता है।गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज का खास ख्याल रखते हुए अपनी डाइट को विशेष ध्यान रखे।नियमित तौर पर अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करवाएं। गर्भावस्था में डायबिटीज से अपना बचाव कर बचे गर्भपात के खतरे से