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केरल में इस वायरस ने ली 7 साल के बच्चे की जान, जानें क्या हैं इसके कारण

 

जयपुर|केरल के कोझिकोड में एक दुर्लभ वायरस के कारण 7 साल के बच्चे की मौत हो गयी| इस वायरस को वेस्ट नाइल वायरस के नाम से जाना जाता है जो मच्छरों के कारण फैलता है| पिछले सोमवार केरल में इस वायरस के कारण हुई बच्चे की मौत के बाद उत्तरी केरल के मालाबार इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है| आइये जानते हैं क्या हैं वेस्ट नाइल वायरस के लक्षण और क्यों है ये वायरस खतरनाक|

वेस्ट नाइल वायरस की पहचान सबसे पहले युगांडा के वेस्ट नाइल जिले में 1937 में की गयी थी| ये वायरस संक्रमित मच्छरों के कारण फैलता है और साथ ही जानवरों या उनके खून और टिशूज़ के संपर्क में आने के कारण भी फैलता है| वेस्ट नाइल वायरस का सबसे पहला लक्षण तेज़ बुखार है|

डॉक्टरों के मुताबिक़ आमतौर पर इसके कोई सामान्य लक्षण पहले सामने नहीं आते पर धीरे धीरे इसमें सबसे पहले व्यक्ति को तेज़ बुखार होता है और उसके साथ ही सिर में दर्द, गर्दन में अकड़न होना, झटके आना, बहुत अधिक कमज़ोरी होना या कोमा जैसी हालत हो जाना इसके लक्षणों में शामिल है|

वेस्ट नाइल एक बहुत ही खतरनाक वायरस है| वेस्ट नाइल वायरस हमारे पूरे शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है और इसके खतरनाक होने का एक बहुत बड़ा कारण ये है कि अभी तक इसके इलाज के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनायी गयी है और ना ही ये पता चल सका है कि सही तरह से इसका इलाज कैसे किया जा सकता है|

वेस्ट नाइल वायरस मच्छरों के कारण फैलता है इसीलिए मच्छर जिस अंग में भी काटेगा उस अंग में ये वायरस बहुत ही तेज़ी के साथ फैल जाता है| वेस्ट नाइल वायरस हमारे मस्तिष्क में सूजन भी पैदा कर सकता है जो एक गंभीर समस्या के रूप में सामने आ सकता है| वेस्ट नाइल वायरस से बचने के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है की कोशिश करें कि मच्छरों से खासतौर से सावधान रहें और किसी भी ऐसी वस्तु को हाथ न लगाएँ जिससे संक्रमण होने का खतरा हो और बुखार होते ही या फिर इसके लक्षण दिखते ही जल्द से जल्द से डॉक्टर के पास जाएँ|