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स्मोकिंग बन रहा है कमर दर्द का कारण , जरूरी है बदलाव

 

 

जयपुर । आज हमारी जो लाइफ स्टायल हो चली है उसके चलते हमको कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा  है । खास कर कुछ ऐसी आदतें जो की हमको बहुत कुल लगती हैं वही ही आदतें हमको बीमार और परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ती है । इस बात को हम समझ नहीं पा रहे हैं की हमारी  जीवन शेली ही हमारी बीमारियों का अहम कारण बन रहा है ।

आज हम आपको बताने जा रहे हैं की किस तरह से हमारी जीवन शेली की कुछ बहुत ही आम सी दिखने वाली आदतें हमारे स्वास्थ्य को बहुत ज्यादा प्रभावित करती है । यह आदतें हमको ना सिर्फ दर्द बल्कि हमारे फ्रेक्चर और जानलेवा बीमारियों का भी कारण बन जाती है ।

सिगरेट के अन्य हानिकारक दुष्प्रभावों के साथ, रीढ़ की हड्डी में कमजोरी भी एक बड़ी कमी है। निकोटीन रीढ़ की हड्डी तक ऑक्सीजन के परिवहन को अवरुद्ध करता है। सही ढंग से ऑक्सीजन न पहुंचने पर रीढ़ की हड्डी खुद को ठीक करने में सक्षम नहीं है।

हाई हील्स भी आपकी रीढ़ की हड्डी में कमजोरी का एक प्रमुख कारण है। हाई हील सैंडल पहनने से आपके पैरों की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है और इससे पीठ और कमर में दर्द होता है। आपकी सैंडल हल्की होनी चाहिए और हील्स बहुत अधिक नहीं होनी चाहिए।

आपकी रीढ़ की हड्डी में कमजोरी का एक मुख्य कारण आपका बिस्तर या आपका गद्दा हो सकता है। आपको हर 5 से 7 साल में गद्दा बदलना चाहिए क्योंकि कुछ ही सालों में गद्दे ढीले हो जाते हैं, नतीजतन सोते समय शरीर सही पॉश्चर में नहीं रहता।

सिगरेट के अन्य हानिकारक दुष्प्रभावों के साथ, रीढ़ की हड्डी में कमजोरी भी एक बड़ी कमी है। निकोटीन रीढ़ की हड्डी तक ऑक्सीजन के परिवहन को अवरुद्ध करता है। सही ढंग से ऑक्सीजन न पहुंचने पर रीढ़ की हड्डी खुद को ठीक करने में सक्षम नहीं है। स्मोकिंग बन रहा है कमर दर्द का कारण , जरूरी है बदलाव