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World Health Day: संक्रमण और बीमारी के खतरों से बचाती हैं ये पर्सनल हाईजीन टिप्स

 

प्रदूषण, धूल मिट्टी, संक्रमण और बीमारियों के बढते दौरे में अपने शरीर को साफ रखना बेहद आवश्यक होता जा रहा है। साफ-सफाई को लेकर थोडी सी भी लापरवाही आपको सीधा बीमारियां औऱ संक्रमण के मुंह में पहुंचा सकती है। इसलिए शरीर, कमरा, घर और अपने निकटवर्ती इलाकों में सफाई का होना बेहद आवश्यक हो गया है। ये तो जाहिर है कि बीमारियां इंसान के जीवन की कड़वी सच्चाई बन चुकी हैं औऱ इसी समस्या से बचने के लिए चिकित्सक भी बार-बार साफ सफाई रखने की सलाह देते हैं। इसलिए आज हम आपको उन आदतों से रूबरू करवाने जा रहे हैं जिन्हें अपनी दिनचर्या में जोड़कर आप भी स्वस्थ और साफ जीवन का वरदान पा सकते हैं-

शरीर की सफाई

आपके शरीर में ज्यादातर बीमारियां शरीर की सफाई ना होने के कारण ही होती है इसलिए शरीर को नियमित साफ रखना बेहद आवश्यक है। पानी की उपलब्धता पर रोजाना जरूर नहाना चाहिए, वहीं अगर किसी दिन पानी की अनियमितता है तो पानी और गीले कपडे से शरीर को साफ किया जा सकता है।

बालों को शैंपू से धोना

शरीर की सफाई तो ठीक है लेकिन बालों की सफाई होना भी अनिवार्य है। इसलिए सप्ताह में एक निश्चित अंतराल पर बालों को शैंपू से धुल लेना चाहिए। इससे बालों में जमी हुई धूल, मिट्टी और कण निकल जाते हैं और सिर की त्वचा के रोमछिद्र खुल जाते हैं। सिर घुलने से पहले बालों पर तेल लगाना भी जरूरी है।

दातों की सफाई

सुबह उठकर कुछ भी खाने से पहले नियमित ब्रश और मुंह साफ करने की आदत हमें बचपन से ही सिखाई जाती है। क्योंकि सोने के दौरान मुंह में कई तरह के हानिकारक वायरस और बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं। लेकिन कुछ लोग पहले चाय, कॉफी या हल्का-फुल्का नाश्ता करना जरूरी समझते हैं, जो हानिकारक है।

हाथों की सफाई

अकसर सार्वजनिक स्थानों पर सबसे जयादा बीमारियां फैलाने वाले विषाणु पाए जाते हैं। इसलिए घर से निकलने से पहले मुंह ढंककर निकलना चाहिए, वहीं घर में वापस आने के बाद हाथों को धोना बेहद आवश्यक है। ऐसा ना करने से हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस आपके मुंह में प्रवेश करके बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।

नाखून काटना

एक निश्चित समय अंतराल पर नाखूनों को काटना भी अनिवार्य है, क्योंकि अकसर नाखून भी संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढा देती हैं। अकसर खान-पान और वर्कआउट के बाद इनमें बैक्टीरिया और अशुद्धियां जम जाती हैं। यह आपको एथलीट फुट्स, डायरिया, हैजा आदि बीमारियों का शिकार बना देती हैं। इसलिए इनकी नियमित सफाई भी बहुत आवश्यक है।

पूरा नींद लेना

आधुनिकता और व्यस्तता के बढते दौरे में एक बडी जनसंख्या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जैसे मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप आदि की आदि हो चुकी है। इसका सीधा प्रभाव आपकी काम करने की क्षमता और नींद पर पडने लगा है। आपका यह लापरवाही मानसिक समस्याएं जैसे स्ट्रेस, डिप्रेशन, मोटापा, दिल की बीमारियां, स्लीप एप्निया और अन्य कई बीमारियों का खतरा बढ़ा देती हैं। इसलिए औसतन नींद लेना बेहद आवश्यक है।