×

दिमागी बीमारियों का खतरा बढा सकती है थायरॉइड, राहत पाने के लिए अपनाएं ये सावधानियां

 

जयपुर। कई बीमारियां ऐसी होती हैं, जिन्हें आप विभिन्न इलाजों के जरिए नियंत्रित तो कर सकते है। लेकिन इ समस्याओं को जड़ से खत्म करना रगभग नामुमकिन ही होता है। इन्ही समस्याओं में सामिल है थायरॉइड़ की बीमारी, जिसके मरीज भारत में बझते ही जा रहे हैं। आयोडीन की कमी को थायरॉइड का मुख्य कारण बताया जाता है जिससे दिमागी समस्यओं का खतरा भी पैदा हो सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो, थायरॉइड एक आनुवांशिक बीमारी है इसलिए जिनके परिवार में इसका इतिहास रहा है वह इसकी चपेट में बहुत जल्द आ जाते हैं। इस समस्या के प्रभावी होने पर ब्रेन डैमेज का खतरा भी बढ सकता है। इसलिए इन संभावनाओं से बचे रहने के लिए कुछ सावधानियों को अपनी दिनचर्या में अपनाना बेहद आवश्यक है-

संतुलित आहार का सेवन

थायरॉइड को नियंत्रित करने के लिए नियमित 4 से 5 प्रकार की सब्जियों और 3 से 4 प्रकार के फलों का सेवन सुनिश्चित करना चाहिए। आप चाहें को प्रोटीन के लिए चिकन औऱ सॉल्‍मन का सेवन कर सकते हैं। जैतून का तेल, नट बटर, एवोकाडो का सेवन भी लाभदायक रहता है।

वसायुक्त आहार से बचाव

वसायुक्त और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करना थायरॉइड की समस्या में सबसे बेहतर रहता है। वहीं बाहरी खान पान औप फास्ट फूड के सेवन से भी बचाव करना बेहतर रहता है। क्योंकि यह आपके पेट में इंफ्लामेशन और सूजन की समस्या पैदा कर सकते हैं जो गातक साबित हो सकते हैं।

वजन नियंत्रण

थायरॉइड अपने साथ बढते वजन की समस्याओं को लेकर आती है इसलिए मोटापे से बचने के लिए हर संभव कदम उठाना बेहतर रहता है। विशेषज्ञों का मानना है कि मोटापा थायराइड की समस्याओं और संबंधित विकारों की संभावना को बढा देता है। इसलिए इसे निंयत्रित रखना बेहतर रहता है।

आयो‍डीन लेवल नियंत्रण

थायरॉइड की समस्या को आयो‍डीन की कमी से होने वाली समस्या बताया जाता है जो उम्र बढने के साथ महिलाओं में पनपने लगती है। इसलिए जितना हो सके, समुद्री भोजन, क्रूसिफेरस सब्जियों जैसे आयोडीन समृद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन सुनिश्चित करना चाहिए। आप चाहें तो आयोडीनयुक्त नमक का सेवन भी कर सकते हैं।

नियमित व्यायाम

विशेषज्ञों की मानें तो थायरॉइड को नियंत्रित रखने और स्वस्थ्य रहने के लिए नियमित योग-व्यायाम करना बहुत जरूरी है। क्योंकि बढती उम्र के साथ मेटाबॉलिज्‍म स्‍लो होने लगता है जिसे कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज, योग-व्यायाम और मॉर्निंग-इवनिंग वॉक बहुत आवश्यक है।