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सोमवार के दिन ही क्यों आते हैं सबसे ज्यादा हार्ट अटैक? साइंटिस्ट ने जानिए इस खतरनाक ट्रेंड की सच्चाई

 

पिछले कुछ सालों में हार्ट अटैक का खतरा काफी तेजी से बढ़ रहा है। आए दिन हार्ट अटैक से मौत के मामले सामने आते रहते हैं। वैसे तो हार्ट अटैक किसी भी वक्त आ सकता है, लेकिन सोमवार के दिन हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है। ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन (BHF) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सोमवार के दिन हार्ट अटैक का खतरा बाकी दिनों के मुकाबले 13% ज्यादा रहता है। वहीं फेमस कार्डियोथोरेसिक सर्जन ने भी बताया है कि सोमवार की सुबह हार्ट अटैक का खतरा (Heart Attack Risk) सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में आपको सावधान रहने की जरूरत है। आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनियाभर में कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों से मरने वालों में से 85% की मौत हार्ट अटैक से होती है। यह आंकड़ा वैश्विक मृत्यु दर का 32% है। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सबसे ज्यादा हार्ट अटैक के मामले सोमवार को सामने आते हैं। 

क्यों आता है सोमवार को हार्ट अटैक का ज़्यादा खतरा?

विशेषज्ञों और डॉक्टरों के अनुसार, गंभीर हार्ट अटैक जिसे मेडिकल भाषा में STEMI (ST-segment elevation myocardial infarction) कहा जाता है, वह आमतौर पर सोमवार के दिन सबसे अधिक होता है। जानिए इसके पीछे के कारण:

1. सर्केडियन रिदम (Circadian Rhythm)

हमारे शरीर की जैविक घड़ी हार्मोन और ब्लड प्रेशर को प्रभावित करती है। सोमवार सुबह नींद की लय में बदलाव के कारण शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ता है।

2. सोमवार का वर्क स्ट्रेस

हफ्ते की शुरुआत का वर्क प्रेशर, ऑफिस जाने की टेंशन और तनाव, अनजाने में आपके दिल पर भारी पड़ सकता है। यह स्ट्रेस आपके दिल को कमजोर कर देता है।

3. वीकेंड में शराब का सेवन

शनिवार और रविवार को अधिकतर लोग ज्यादा शराब पीते हैं, जिससे ब्लड में फैट और प्रेशर का स्तर बढ़ता है। यह फैक्टर हार्ट फेलियर का कारण बन सकता है।

4. अनहेल्दी डाइट

वीकेंड पार्टीज़ में फैटी, मीठा और प्रोसेस्ड फूड का ज्यादा सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, जिससे धमनियों में ब्लॉकेज हो सकता है।

5. सोमवार की भागदौड़ और ट्रैफिक स्ट्रेस

काम पर लौटने की भागदौड़, ट्रैफिक जाम, प्रदूषण और मानसिक तनाव भी हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं।

हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं?

  • छाती में दबाव या दर्द

  • सांस लेने में तकलीफ

  • कंधे, पीठ, जबड़े या गर्दन में दर्द

  • कमजोरी, पसीना और चक्कर आना

  • महिलाओं में मतली, उल्टी, सांस फूलना और पीठ या जबड़े में दर्द अधिक आम लक्षण होते हैं।

अगर ये लक्षण नजर आएं तो तुरंत एम्बुलेंस या डॉक्टर को कॉल करें।

क्या केवल सोमवार ही खतरनाक है?

नहीं। अमेरिका की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर के आखिरी हफ्ते में भी हार्ट अटैक के मामले सबसे ज़्यादा होते हैं। त्योहारी मौसम में डाइट, नींद और एक्सरसाइज का पैटर्न बिगड़ने से यह खतरा बढ़ता है।

ब्लू मंडे क्या है?

माना गया है कि सोमवार की सुबह 6 बजे से लेकर 10 तक हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा होता है। हालांकि ऐसा सिर्फ अनुमान है इसके बारे में कोई पुख्ता स्टडी नहीं है। डॉक्टर नेने की मानें तो सोमवार की सुबह उठने पर ब्लड कोर्टिसोल और हार्मोन काफी ज्यादा बढ़े हुए हो सकते हैं। इसकी वजह सर्काडियन रिदम हो सकती है, जिससे हमारे सोने और उठने का साइकल बनता है। एक्सर्ट्स की मानें तो, सोने और जागने के साइकल में बदलाव आने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है।

हार्ट अटैक से कैसे बचें? 

  • नियमित व्यायाम करें
  • हेल्दी डाइट लें (फल, सब्जियां, साबुत अनाज)
  • स्मोकिंग से बचें
  • शराब का सेवन सीमित करें
  • वजन नियंत्रित रखें
  • बीपी, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच कराएं
  • दवा समय पर लें

आपका दिल आपकी ज़िंदगी है। सोमवार की सुबह को हल्के में न लें। सही जीवनशैली और सावधानी से आप हार्ट अटैक का खतरा काफी हद तक कम कर सकते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, लाइफस्टाइल और खान-पान की आदतों में बदलाव लाकर हृदय संबंधी अधिकांश समस्याओं को रोका जा सकता है. इसके लिए हर दिन कम से कम आधे घंटे और सप्ताह में कम से कम पांच दिन व्यायाम करना सबसे अच्छा है. डॉक्टरों का कहना है कि तेल का सेवन कम करना, फास्ट फूड की आदत से बचना तथा अधिक मात्रा में सब्जियां और फल खाना बेहतर है. यह भी कहा जाता है कि नियमित हृदय जांच से हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है.