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कमर और हीप के आकार से कई बीमारीयों का लगा सकते है पता

 

जयपुर। हंमारे शरीर के कई तरह के प्रकार होते है। जिससे हमारा शरीर का हाल बयान होता है। इसका उदाहरण कि कूल्हों से चौड़ी कमर वाले शरीर को ‘सेब जैसे आकार का शरीर’ कहा जाता है और ऐसे ही कमर से भारी कूल्हों वाले शरीर को ‘नाशपाती जैसे आकार का शरीर’ कहा जाता है। ऑस्ट्रेलिया के जॉर्ज इंस्टीट्यूट फ़ॉर ग्लोबल हेल्थ ने इसी विषय पर बताया कि ऐसी महिलाओं के शरीर से उनका सेहत से पता लगाया जा सकता है। उनकी बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) के बजाय, कूल्हे और कमर के अनुपात से लगा सकते है।

हर महिला की बीएमआई किसी की लंबाई, चौड़ाई और वज़न का अनुपात है जो बताता है कि वज़न सामान्य से ज़्यादा है, कम है या ठीक होते है। शोधकर्ताओं कई शोध कर बताये की महिलाओं में कूल्हे-कमर के अनुपात वाला तरीक़ा बीएमआई से 18 फ़ीसदी ज़्यादा और पुरुषों में छह फ़ीसदी ज़्यादा कारगर होता है। शोधकर्ता डॉक्टर सैन पीटर्स ने ऑक्सफ़ोर्ड में बताया कि शरीर के किस हिस्से में चर्बी जमा हो रही है और उसमें जेंडर की क्या भूमिका है, यह समझने से आगे चलकर महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग इलाज ढूंढने में मदद मिल सकती है। इस चीज़ से दुनिया भर में फैली मोटापे की महामारी से निपटने का भी रास्ता निकल सकता है।

पुरूष और औरतों में शरीर के अलग-अलग हिस्से में अलग-अलग तरह से चर्बी जमा होती है। आपको बता दे कि औरतों की चर्बी त्वचा के एकदम नीचे जमने लगती है जिसे सबक्यूटेनियस फ़ैट कहते हैं। इसकी कारण से इन लोगो के चहरे थुलथुले नज़र आते हैं अगर ऐसे ही पुरुषों में देखा जाये तो उनके चर्बी शरीर के बीच के हिस्से में मौजूद अंदरूनी अंगों जैसे लीवर, पैनक्रियाज़, आंतों वगैरह के ऊपर जमती है जिसे विसरल फ़ैट कहते हैं। इससे इनकी कई बीमारीयों का पता लगा सकते है। शोध में यह बात प्रुव हो चुकी है।