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क्या किया जा सकता है सफेद दाग का इलाज करने के लिए

 

 

जयपुर । सफ़ेद दाग जिसको ल्यूकोडर्मा भी कहा जाता है । सह स्किन पर होने वाली बीमारी है । स्किन पर सफ़ेद रंग के दाग हो जाना और धीरे धीरे उनका शरीर पर फेल जाना यही ही ल्यूकोडर्मा की बीमारी होती है । कई लोगों का यह मानना है की इस बीमारी के रोगी के संपर्क में आने भर से ही बीमारी दूसरों को लग जाती आई ।

कई लोगों का मानना यह भी है की ई बीमारी का कोई इलाज़ ही नही है । पर ऐसा नही है यदी समय रहते ही इस बीमारी पर ध्यान दिया जाये तो इस बीमारी को बढ्ने से रोका जा सकता है । आज हम आपकी इस परेशानी का हल कर देते हैं आपको बताते हैं कुछ ऐसे उपाय जिससे इस बीमारी को नियंत्रण में किया जा सकता है ।

  • बथुआ भी सफ़ेद दाग की समस्या से राहत पाने का एक असरदार उपाय है।इसके इस्तेमाल के लिए आप बथुआ का रस निकाल लें।और दिन में दो बार इस रस को अपने सफ़ेद दाग पर लगाएं।फिर जब यह रस सुख जाए तो साफ़ पानी का इस्तेमाल करके इसे साफ कर दें।
  • नीम की पत्तियों को पीसकर एक पेस्ट बनाएं और उस पेस्ट को आप अपने सफ़ेद दाग पर लगाएं।लगाने के आधे घंटे के बाद आप साफ़ पानी से इसे साफ कर दें।इसके अलावा नीम की पत्तियों का रस निकालकर उसमे थोड़ा शहद मिलाकर नियमित रूप से पीएं, ऐसा करना भी फायदेमंद होता है।
  • सरसों के तेल में थोड़ा हल्दी मिक्स करके एक लेप बनाएं।अब इस लेप को अपने सफ़ेद दाग पर लगाएं और कम से कम आधे घंटे के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दें।उसके बाद इसे साफ पानी से धो दें, लेकिन चिकनाहट को साफ़ करने के लिए साबुन का इस्तेमाल नहीं करे।आप चाहे तो बेसन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

दरअसल इन सभी में एंटीबायोटिक और एंटीबेक्टीरियल गुण पाये जाते हैं । जिससे यह स्किन पर हो रहे सफ़ेद दाग की बीमारी के कारणों को खतम करने में मददगार साबित होते हैं और यह बीमारी नियंत्रण में आ जाती है ।

 

बथुआ भी सफ़ेद दाग की समस्या से राहत पाने का एक असरदार उपाय है दिन में दो बार इस रस को अपने सफ़ेद दाग पर लगाएं।फिर जब यह रस सुख जाए तो साफ़ पानी का इस्तेमाल करके इसे साफ कर दें।सरसों के तेल में थोड़ा हल्दी मिक्स करके एक लेप बनाएं।अब इस लेप को अपने सफ़ेद दाग पर लगाएं और कम से कम आधे घंटे के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दें।उसके बाद इसे साफ पानी से धो दें, क्या किया जा सकता है सफेद दाग का इलाज करने के लिए