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भारत और अमेरिका के बीच मानसिक स्वास्थ्य की दवाओं पर समझौता

 

जयपुर।आज के दौर में किसी देश में भागदौड भरी लाइफस्टाइल केे कारण लोगो में तनाव की समस्या बढ़ती जा रही है।जिसका इलाज समय पर ना किया जाए तो व्यक्ति के दिमागी संतुलन बिगडने की संभावना बनी रहती है।इस क्रम में हाल ही अमेरिका के राष्‍ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पहली भारत की यात्रा की और इस दौरान भारत और अमेरिका के बीच में मानसिक और भावनात्मक स्‍वास्‍थ्‍य की बढ़ती समस्या को देखते हुए जेनेरिक दवाओं की व्‍यवस्‍था में सहयोग को मजबूत करने के लिए दो द्विपक्षीय समझौतों को पूरा करने के लिए पर हस्ताक्षर किए गए है।

दोनो देशों के बीच हुए पहले समझौते के तहत भारत को अमेरिका के अनुसंधान और अनुभव से मानसिक स्वास्थ्य की समस्‍याओं का इलाज करने में मदद की जायेंगी।वहीं दूसरे समझौते के तहत अमेरिका में जेनेरिक दवाओं की पहुंच बढ़ाने में भारत सरकार मदद करेंगी।

आपको पता हो कि अमेरिका इस समय विश्व के सभी देशों में अपनी बेहतर तकनीक के लिए जाना जाता है और दवाओं के बाजार के लिए विश्व का सबसे बड़ा बाजार है।वहीं भारत इस समय दवाओं का एक बड़ा उत्पादक देश है और इस लिए पोलियो मार्कर के निर्माण का काम भी भारत के पास ही है।

भारत और अमेरिका केे बीच हुए इन समझौते से भारत को अपने खाद्य और दवा प्रोटोकॉल को मजबूत करने और अमेरिकी बाजार में भारत की जेनेरिक दवा की पहुंच को बढ़ाने में मदद करेंगा।

इसके अलावा इस समझौते से भारत का जेनेरिक ड्रग स्‍टैंडर्ड अनुपालन के उच्च मानकों में बेहतर सुधार होने के साथ भारत अपने जेनेरिक दवा के इस्तेमाल से विदेश के मानसिक मरीजो का इलाज कर सकेंगा।

अमेरिका के राष्‍ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पहली भारत की यात्रा की और इस दौरान भारत और अमेरिका के बीच में मानसिक और भावनात्मक स्‍वास्‍थ्‍य की बढ़ती समस्या को देखते हुए जेनेरिक दवाओं की व्‍यवस्‍था में सहयोग को मजबूत करने के लिए दो द्विपक्षीय समझौतों को पूरा करने के लिए पर हस्ताक्षर किए गए है। भारत और अमेरिका के बीच मानसिक स्वास्थ्य की दवाओं पर समझौता