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मौत के वायरस निपाह के प्रभावों से बचाएगें ये चार आसान काम, जानें इनके बारे में

 

जयपुर। केरल से जन्मा मौत का वायरस वर्तमान में लगभग पूरे भारतवर्ष को घेर चुका है जिसके कारण भारत की राजधानी दिल्ली में अलर्ट जारी कर दिया गया है। निपाह के कारण हो रही रहस्यमयी मौतों को लेकर स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे एक उभरती बीमारी करार दिया है। चमगादड़ के कारण फैलने वाले इस वायरस उसी में प्राकृतिक रूप से मौजदू होता है। दरअसल, यह वायरस उसकी लार में मौजूद होता है, वह किसी भी फल को चख ले, तो उसमें यह तेजी से फैलने लगता है।

क्या है निपाह

मनुष्‍यों में पाया जाने वाला यह रहस्यमयी औऱ जानलेवा वायरस निपाह के कारण सबसे पहले दिमाग में सूजन की समस्या पैदा हो जाती है। इसके बाद बुखार, सिरदर्द, चक्‍कर, मानसिक भ्रम, कोमा और आखिर में मौत बनकर यह समस्या अपना खौफ बडा रही है। इस समस्या के कारण इंसान सिर्फ 24-28 घंटे के अंदर कोमा में जा सकता है। कुछ लोगों को सांस की समस्या का सामना भी करना पड़ जाता है।

कैसे करें बचाव

सिर्फ केरल ही नहीं बल्कि लगभग पूरा भारत इस वायरस की चपेट में आता जा रहा है। इसलिए किसी भी पेड से गिरे फलों को भूलकर भी ना खाएं। औऱ फल खरीदने से पहले ध्यान रखें कि वह गले हुए ना हों।

अगर आपको अचानक तेज बुखार की समस्या होने लगी है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। खुद से कोई भी दवा ना खाएं क्योंकि इसका रिएक्शन गलत हो सकता है।

निपाह वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है इसलिए जो व्यक्ति इस संक्रमण की चपेट में आ गया हो, उसके पास भूलकर भी ना भटकें। अगर आपको इसके लक्षण नजर आ रहे हैं तो तुरंत चिकित्कीय परामर्श करें।

समस्या इस स्तर तक बढ चुकी है कि निपाह वायरस से मरने वालों के शवों को भी वायरस ने नहीं छोडा है। इसलिए भूलकर भी शवों के नजदीक ना जाएं।

विशेषज्ञों ने बताया है कि यह वायरस तेजी से उम्रदराज लोगों और डायबिटीज के मरीजों को अपनी चपेट में ले सकता है। इसलिए ये लोग खास सावधानियां बरतें।