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डायबिटीज टाइप-2 को नियंत्रित करने में मददगार है ये सुपर फूड्स, जानें इनके बेमिसाल फायदे

 

जयपुर। पिछले एक दशक में मधुमेह यानी डायबिटीज सबसे प्रभावी और खतरनाक बीमारी बन चुकी है। जिसकी जानकारी अगर समय रहते मिल जाए, तो बेहतर उपाय सुनिश्चित किया जा सकता है। हालांकि डायबिटीज जैसी बीमारियों में खान-पान और शारिरक गतिविधियों पर ध्यान देना बेहद आवश्यक है। अगर आपका खान-पान औऱ शारिरिक गतिविधियां अनियमित हैं तो आपके बदलावों पर ध्यान देने की सख्त आवश्यकता है। इतना ही नहीं, डायबिटीज टेस्‍ट अगर सकारात्मक निकलकर आए तो चिकित्सकीय परामर्श पर अपनी जीवनशैली में उचित बदलावों को अपना लेना चाहिए। क्योंकि चिकित्सकीय परामर्श के तहत दवाओं और संतु‍लित खान-पान से मधुमेह और इनके खतरों को कंट्रोल किया जा सकता है। इसलिए आज हम आपको उन सुपरफूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका सेवन करने से डायबिटीड टाइप 2 को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। चिकित्सक भी इसका सेवन करने की सलाह देते हैं-

ब्राउन राइस

डायबिटीज के मराजों को कार्बोहाइड्रेट से परहेज करने की सलाह दी जाती है। लेकिन कई लोगों का पता ही नहीं होता कि चावलों में कार्बोहाइड्रेट की काफी अधिक मात्रा होती है। इसलिए जो डायबिटीज के मरीज चावल के शौकीन होते हैं वो ब्राउन राइस और गेहूं के आटे की रोटियों का सेवन करें तो बेहतर रहता है।

दाल

डायबिटीज के मरीजों को अपने आहार में दालों को जोड़ना शुरु कर देना चाहिए। क्योंकि विभिन्न प्रकार की रंग-बिरगी दालें ना सिर्फ स्वाद में बल्कि सेहत के लिए बहुत गुणवान और लाभदायक होती हैं। दालों में मौजूद प्रोटीन और फाइबर आपके शरीर को मजबूती प्रदान करते कमजोरी को दूर करते हैं।

सब्जियों का सेवन

डायबिटीज के रोगियों को अपनी नियमित डाइट में विभिन्न हरी और पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए। इनका ज्यादा से ज्यादा सेवन करने से आप टाइप-2 डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। इनमें करेला, मेथी-पालक का साग और लौकी की सब्‍जी आपके ब्‍लड शुगर को बढ़ने से रोकती है।

बादाम

बादाम को सिर्फ दिमागी तंदुरुस्ती के लिए ही नहीं बल्कि डायबिटीज और हृदय रोगों में भी लाभदायक माना जाता है। अगर कोई इंसान बादाम और इसके तेल में बने आहार का सेवन करता है तो डायबिटीज टाइप-2 काफी हद नियंत्रित रखा जा सकता है। बादाम ना सिर्फ इन्‍सुलिन की मात्रा को औसत स्तर पर रखता है बल्कि ब्‍लड शुगर को भी कंट्रोल में रखता है।

फैट रहित दही

हालांकि दही में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है लेकिन फैट रहित दही में कार्बोहाइड्रेट की बहुत कम मात्रा होती है। यह आफके शररी में तेजी से बढते ब्लड़ शुगर को कंट्रोल करता है बल्कि रक्तचाप के भी ठीक रखता है। अध्‍ययनों में पाया गया है कि अपनी नियमित डाइट में कैल्शियम की अधिकाधिकत मात्रा का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज की संभावनाएं कम हो जाती है।

ऐवकाडो

मोनोअनसैचु‍रेटिड फैट से भरपूर ऐवकाडो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मददगार होता है। वैज्ञानिकी रिसर्च में साबित हो चुका है कि मोनोअनसैचु‍रेटिड फैट से ना सिर्फ इन्‍सुलिन की संवेदनशीलता बेहतर बनती है बल्कि  यह हृदय को बेहतर रखने में भी लाभकारी है। इसके अलावा बेहतर डाइट औऱ खान-पान औऱ एक्सरसाइज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।