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अचानक हृदय की गति का बढना भी होता है घातक समस्याओं का संकेत, ये टिप्स दिलाएंगे छुटकारा

 

जयपुर। अकसर कई बार तेज भागने, तेज चलने, तेज बोलने औऱ अऩ्य भारी-भरकम कामों को केरन से हृदय की धडकनें बढ जाती है। बेशक ही यह एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन कभी-कभी बहुत ज्यादा खुशी या बहुत तेज डर जाने और रोने पर भी हृदय की गति बढ जाती है, जो हानिकारक साबित हो सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो इंसान की दिन की धडकनें औसतन 60 से 90 बीट प्रति मिनट (बीएमपी) होनी चाहिए वरना हृदय रोगों का खतरा काफी हद तक बढ जाता है। इसलिए बेहतर हृदय स्वास्थ सुनिश्चित करना बेहद आवश्यक है। आपके इस काम में मदद प्रदान करने वाले कुछ उपायों के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं-

अधिकाधिक पानी सेवन

गर्मियों में डीहाइड्रेशन की समस्या आम है लेकिन जब पानी की कमी होने लगे तो हृदय की गति अचानक बढ जाती है। जिसके कारण आपके हृदय को ब्लड़ दूसरे हिस्सों में पंप करने में कई समस्याओं का सामना करना पड जाता है। इसलिए जितना हो सके, अधिकाधिक पानी का सेवन सुनिश्चित करना चाहिए।

नमक का सेवन कम

सोडियम की मात्रा वाला नमक का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। क्योंकि यह आपको हाई ब्लड़ प्रैशर का मरीज बना सकता है। इसके कारण आपके हृदय में खून की मात्रा बढ जाती है औऱ इसे बाहर तेजी से पंप करना पड़ता है जिसके कारण हार्ट फेल होने का खतरा बढ जाता है।

वजन नियंत्रण

मोटापा और बढता वजन आपके शरीर में डायबिटीज और हृदय रोगों का खतरा बढा देता है इससे हृदय की गति भी बढने लगती है। इसे नियंत्रित करने के लिए मोटापा नियंत्रित करना बेहद आवश्यक है क्योंकि अधिकांश समय में यह हृदय रोगों का जिममेदार बनता है।

तनाव से निजात

आज के समय में लगातार बढती बीमारियों में तनाव भी एक गंभीर समस्या है, इसकी वजह से भी हृदय की गति तेज हो जाती है।इसलिए खुजद को तनाव और अवसाद से दूर रखने के संभव उपाय करते रहें। अपने व्यक्तिगत काम और करियर में समन्वय बिठाएं औऱ योग-व्यायाम पर ध्यान दें।

नियमित एक्सरसाइज

विशेषज्ञों की मानें तो नियमित 30 मिनट का व्यायम तो जरूर करना चाहिए, इससे हृदय औऱ दिमागी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है। एक्सरसाइज करने से शरीर में बेहतर रक्त प्रवाह सुनिश्चित होता है दिन को मजबूती मिलती है। आफ चाहें तो मॉर्निंग-इवनिंग वॉक पर भी जा सकते है।

डीटॉक्सीफाई भी आवश्यक

डिटॉकसीफाई की प्रक्रिया के तहत शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना जाता है। ये वहीं पदार्थ रसायन होते हैं हृदय की गति में अनियमितता पैदा करते हैं। इससे निपटने के लिए ऐसे खाद्य और पेय पदार्थों का सेवन करें जो आपके शरीर को डिटॉक्स करने में मदद प्रदान करें।