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त्वचा विकारों को चुटकियों में दूर करते हैं पपीते के पत्ते, बढाएंगे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी

 

जयपुर। अकसर बुखार औऱ शरिरिक कमजोरी में डॉक्टर्स पपीते का सेवन करने की सलाह देते हैं, स्वास्थ्य को बेमिसाल फायदे प्रदान करने वाला पपीता तो स्वादिष्ट होता ही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पपीते की पत्तियां आपके शरीर को कितने लाभ प्रदान करती है। आयुर्वेद में पपीते की पत्तियां संजीवनी तो उसका रस अमृत समान बताया गया है। यह आपके पाचन को दुरुस्त कतरने के साथ-साथ आपकी आंतों की समस्या को दूर करता है। चाहें त्वची विकार हों या फिर रोगप्रतिरोधक क्षमता क्यों ना बढाना हो, पपीते की पत्तियों का रस पपीते के फल से गुणों में कम नहीं है। यह आपके इन समस्याओं में राहत प्रदान करता है-

मुंहासे

अकसर गर्मियों में त्वचा विकार बढ जाते हैं, इनमें मुंहासों और ब्लैक हैड्स का होना आम है। लेकिन बता दें कि अगर पपीते की पत्तियों का पेस्ट चेहरे पर लगाया जाए तो इससे मुंहासों में जल्द राहत मिलती है।

कैंसर

पपीते की पत्तियों में 50 कैंसर रोधी गुण होते हैं जो फंगस, कीड़े, परजीवी और कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में मददगार होते हैं। ये सवाईकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, अग्नाशय, जिगर और फेफड़ों के कैंसर ने निजात दिलाते हैं।

सर्दी जुकाम

अगर बात करें बुखार की तो पपीते का फल बहुत फायदेमंद होता है लेकिन सर्दी जुकाम में पपीते की पत्तियां लाभकारी होती है। यह खून में व्हाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स का विकास करती है और शररी को सुरक्षा कवच प्रदान करती है।

डेंगू और मलेरिया

मच्छरों के काटने से होने वाली समस्या डेंगू और मलेरिया से लड़ने में भी पपीते की पत्तियां काफी मददगार होती है। यह खून में घुले डेंगू और मलेरिया के वायरस को नष्ट करके इनके घातक प्रभावों से बचाती है।

दर्द में राहत

शरीर में लगभग सभी प्रकार की समस्याओं से निजात दिलाने में भी पपीते की पत्तियां बहुत फायदेमंद होती हैं। आप चाहें तो पपीते की पत्तियों का काढा बना सकते हैं जो इमली, नमक और एक गिलास पानी के साथ मिश्रण से बनाया जाता है।