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दूध पीने के बाद भूलकर भी ना करें इन खाद्य पदार्थों का सेवन, बढेगा हृदय औऱ त्वचा विकारों का खतरा

 

जयपुर। कैल्शियम और पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा वाले डेयरी प्रॉडक्टस् ना सिर्फ आपको सेहतमंदी का वरदान देते हैं बल्कि आपके शरीर को मजबूती भी प्रदान करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डेयरी प्रॉडक्टस् का सेवन करने से पहले और बाद में कई प्रकार की सावधानियों का होना बेहद आवश्यक है। खासकर कि जब आप दूध का सेवन कर रहे हैं। अधिकांश लोग दूध का सेवन किसी भी समय करना पंसद करते हैं लेकिन दूध का सेवन करने के लिए समय निर्धारण औऱ डायइट रूल्स सुनिश्चित करना बेहद आवश्यक है। विशेषज्ञों की मानें तो, कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी होते हैं जिनका सेवन दूध पीने के पहले और बाद में करने से उन्हें स्वास्थ संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि दूध में मौजूद पोषक तत्व उन खाद्य पदार्थों में मौजूद तत्वों के साथ रिएक्शन करने लगते हैं जिससे आपका स्वास्थ प्रभावित होता है। इसिलए आज हम आपको उन खाद्य पदार्थों के बारे मे बताने जा रहे है जिनका सेवन आपको दूध के बाद नहीं करना चाहिए-

दाल

दूध पीने के तुरंत बाद भूलकर भी मूंग, उड़द औऱ चना की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे हृदय रोगों का खतरा तो बढता ही है, साथ ही शारिरिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता हैं। इसलिए दाल औऱ दूध के सेवन में कम से कम दो घंटे का गैप जरूर लेना चाहिए।

मूली

मूली और इससे बने खाद्य पदार्थों का सेवन दूध पीने के पहले और बाद में बिल्कुल नहीं करना चाहिए। खासकर कि नमकीन औऱ खट्टे पदार्थों के सेवन पर दूध पीते समय एहतियात बरतना चाहिए। इससे दूध जहरीला हो सकता है जिससे त्वचा विकारों का खतरा बढ जाता है।

मछली

दूध में कैल्शियम होता है तो मछली की तासीर भी गर्म होती है जिसके कारण दूध पीने के पहले औऱ बाद में इसका सेवन भी नहीं करना चाहिए। मछली और दूध का सेवन करने पर एसिडिटी, एलर्जिक रिएक्शन और त्वचा विकारों समेत पाचन संबंधी समस्याओं का खतरा बढ जाता है।

फल

जितना हो सके दूध के साथ फलों के सेवन पर भी थोडा सा परहेज ही करना चाहिए। क्योंकि दूध में मौजूद कैल्शियम फलों में मौजूद एंजाइम्स को अवशोषित कर लेता है जिससे शरीर को तमाम पोषक त्वोंका आपूर्ति सुनिश्चित नहीं हो पाती। इससे कफ के साथ पाचन भी बिगड़ने लगता है।

कटहल

कटहल, करेला, नींबू और नमक का सेवन भी दूध पीने के पहले और बाद में नहीं करना चाहिए। इससे त्वचा विकार और पाचन संबधी समस्याओं की संभालना बढ जाती है। इससे दाद खाज, खुजली और एग्जिमा की समस्या बढ जाती है।