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कभी नही जाना के पास अपना लेनम यदि आयुर्वेद को जीवन में

 

 

जयपुर । आयुर्वेद को साइंस ऑफ लाइफ कहा जाता है । आयुर्वेद के नियम हमारे जीवन को स्वस्थ और निरोगी बनाने का काम करते हैं । इतना ही नहीं आयुर्वेद हमारे जीवन को जीने की सही राह भी दिखाता है । आज कल जो हमारे जीवन जीने का तरीका हो चला है उसके चलते हमारे शरीर को कई व्याधियों के अधीन हो रहा है ।

आज हम आपको सभी बीमारियों से दूर एक स्वस्थ जीवन जीने का तरीका बताने जा रहे हैं । आज हम आपको बताने जा रहे हैं की कुछ नियम बताने जा रहे है जिनको अपना कर आप अपने शरीर से बीमारियों को दूर कर स्वस्थ जीवन जीने का तरीका बताने जा रहे हैं । आइये जानते है इस बारे में ।

आयुर्वेद कहता है कि जब आपको भूख लगे तभी खाना खाना चाहिए। गैर जरूरी मंचिंग और ओवर इटिंग से हमेशा बचना चाहिए। तीनों समय का भोजन नियमित रूप से और नियत समय पर करना चाहिए। अगर इस बीच आपको भूख लगे तो फ्रूट्स और सलाद जैसे ऑप्शन अपनाने चाहिए।

सिर्फ भूख लगने पर ही खाना खाने के कई फायदे हैं। आयुर्वेद के अनुसार, जब हम भूख लगने पर ही खाना खाते हैं तो हमारे शरीर में हैपी हॉर्मोंस का स्तर बढ़ता है और हमारा मूड अच्छा रहता है। सिर्फ भूखा होने पर खाना खाने से उस खाने का पाचन अच्छी तरह होता है और हमारा शरीर मजबूत बनता है।

आयुर्वेद के अनुसार, खान-पान के नियम अपनाने से हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है। इससे हानिकारक बैक्टीरिया और कीटाणु हमारे शरीर को जल्दी से हानि नहीं पहुंचा पाते हैं और हम कम बीमार पड़ते हैं।

आयुर्वेद कहता है कि जब आपको भूख लगे तभी खाना खाना चाहिए। गैर जरूरी मंचिंग और ओवर इटिंग से हमेशा बचना चाहिए। तीनों समय का भोजन नियमित रूप से और नियत समय पर करना चाहिए। अगर इस बीच आपको भूख लगे तो फ्रूट्स और सलाद जैसे ऑप्शन अपनाने चाहिए। कभी नही जाना के पास अपना लेनम यदि आयुर्वेद को जीवन में