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आखिर इस गर्मी में क्यों फट रहे हैं एसी? जाने इससे बचने का सही तरीका 

 

हेल्थ न्यूज़ डेस्क,भीषण गर्मी और तेज धूप से लोगों का बुरा हाल है। कई जगहों पर तापमान 50 के पार पहुंच रहा है। ऐसे में बंद कमरों में एसी की हवा लोगों को राहत दे रही है। हालांकि, आजकल एसी में आग लगने की खबरों से लोग काफी डरे हुए हैं। हाल ही में नोएडा की लोटस बुलेवार्ड सोसायटी से एसी फटने की खबर आई। आपको बता दें, गर्मियों में घरों से लेकर दफ्तरों तक में एसी फटने की अब तक 10 से 12 खबरें सुनने को मिल चुकी हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर गर्मियों में एसी क्यों फट रहे हैं और ब्लास्ट से बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। अगर आप भी इन सवालों के जवाब जानना चाहते हैं तो ये तरीके अपनाएं।

गर्मियों में एसी क्यों फट रहे हैं?

भारत में एसी के कंडेनसर का तापमान आमतौर पर 50 डिग्री सेल्सियस तक होता है। लेकिन जब परिवेश का तापमान कंडेनसर के तापमान से अधिक हो जाता है तो एसी काम करना बंद कर देता है। ऐसे में एसी के कंडेनसर पर दबाव बढ़ता है और कंडेनसर के फटने की संभावना बढ़ जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, वोल्टेज में उतार-चढ़ाव कम होने पर कंप्रेसर पर अधिक दबाव पड़ता है। इससे कंप्रेसर और अन्य उपकरणों पर अधिक दबाव पड़ने पर वे अधिक गर्म हो जाते हैं, जिससे आग लगने की संभावना बढ़ जाती है। एसी के कंडेनसर और एयर आउटलेट में रुकावट होने पर भी एसी की गर्मी बाहर नहीं आ पाती। इससे ब्लास्ट होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, अत्यधिक गर्मी में एसी का रखरखाव ठीक से न होने पर एसी में आग लगने की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं। एसी को ब्लास्ट से बचाने के ये हैं उपाय- घर हो या ऑफिस, एसी की वायरिंग करते समय हमेशा ब्रांडेड वायर लगवाएं। स्टेबलाइजर के बिना एसी न चलाएं। एसी के अंदर कंडेनसर पर गंदगी या धूल की परत न जमने दें। एसी कंप्रेसर को छायादार जगह पर लगवाएं। गर्मी की शुरुआत में ही एसी की सर्विस करवा लें। एसी से किसी तरह की आवाज आए या चिंगारी निकले तो तुरंत जांच करवाएं। -एसी को लगातार न चलाएं

-एसी को 5-6 घंटे चलाने के बाद बंद करने की कोशिश करें।

-विंडो एसी को धूप से बचाने के लिए उसके ऊपर फाइबर शेड लगाएं।

-एसी का तापमान 24 पर रखें, यह सबसे आदर्श स्थिति है।

-मिनी सर्किट ब्रेकर MCB का इस्तेमाल करें।