कंप्यूटर का जनरल नॉलेज! भारत का पहला कंप्यूटर कब और किसने बनाया यहां जानें हर डिटेल
टेक न्यूज़ डेस्क - आज के समय में सब कुछ ऑनलाइन है और मोबाइल के अलावा कोई भी काम संभव नहीं है तो वह है कंप्यूटर-लैपटॉप, अगर कंप्यूटर या लैपटॉप न हो तो सारे काम धरे के धरे रह जाएंगे। आज का समय डिजिटल है और एक तरह से कागजी काम की जगह कंप्यूटर ने ले ली है। ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया का पहला कंप्यूटर कौन सा था, इसे किसने बनाया और इतना ही नहीं, कंप्यूटर को भारत में कब और कौन लाया? आपमें से ज्यादातर लोग भारत के कंप्यूटर का इतिहास नहीं जानते होंगे। आज यहां हम आपको कंप्यूटर से जुड़ी हर जानकारी के बारे में बताएंगे।
दुनिया का पहला कंप्यूटर
दुनिया का पहला कंप्यूटर एक मैकेनिकल कंप्यूटर है, इसे चार्ल्स बैबेज ने साल 1822 में बनाया था। लेकिन इसका डिज़ाइन बिल्कुल भी मौजूदा कंप्यूटर जैसा नहीं था। वर्ष 1837 में चार्ल्स बैबेज ने पहला सामान्य मैकेनिकल कंप्यूटर प्रस्तावित किया, जिसे एनालिटिकल इंजन नाम दिया गया। इस कम्प्यूटर का प्रयोग गणना हेतु किया जाता था।
भारत का पहला कंप्यूटर
दुनिया के पहले कंप्यूटर के बारे में तो सभी जानते हैं, अब बात आती है कि भारत में पहला कंप्यूटर कब आया और इसे किसने बनाया था। सिद्धार्थ भारत में विकसित पहला कंप्यूटर था। इसे इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा बनाया गया था। इसे पहली बार वर्ष 1986 में 16 अगस्त को बैंगलोर हेड पोस्ट ऑफिस (डाकघर) में स्थापित किया गया था।
भारत का पहला सुपर कंप्यूटर
भारत में कंप्यूटर तो आ गये थे लेकिन भारत की तकनीक को उच्च स्तर तक ले जाने का कार्य सुपर कंप्यूटर के बिना संभव नहीं था। अब आप सोच रहे होंगे कि सुपर कंप्यूटर क्या होता है तो भारत के पहले सुपर कंप्यूटर का नाम परम 8000 था। बता दें कि जब यह पूरी तरह से बनकर तैयार हुआ तो यह दुनिया का दूसरा सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर था। भारत में पहला सुपर कंप्यूटर 1991 में आया। इस कंप्यूटर को परम 8000 सी-डैक ने बनाया था, जिसके निदेशक डॉ. विजय पांडुरंग भटकर थे।