आज है विजया एकादशी व्रत, जानिए व्रत पूजा से जुड़े नियम
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे व्रत किए जाते है लेकिन इन सभी में एकादशी का व्रत श्रेष्ठ माना गया है। जो कि भगवान विष्णु को समर्पित किया गया है एकादशी की तिथि भगवान विष्णु की प्रिय तिथियों में से एक मानी जाती है इस दिन श्री हरि की पूजा करने से साधक को उत्तम फल की प्राप्ति होती है एकादशी का व्रत हर माह के दोनो पक्षों में मनाया जाता है इस दिन व्रत रखते हुए महिलाएं भगवान की विधिवत पूजा करती है।
इस बार पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जा रहा है जो कि आज यानी 16 फरवरी को मनाई जा रही है। पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी के व्रत पूजन में निमयों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है, वरना व्रत पूजा का कोई फल साधक को प्राप्त नहीं होता है, तो आज हम आपको विजया एकादशी व्रत पूजा के नियम बता रहे है, तो आइए जानते है।
एकादशी व्रत से जुड़े नियम—
आपको बता दें कि एकादशी भगवान विष्णु की प्रिय तिथि है, ऐसे में इस दिन कुछ बातों व नियमों का ध्यान रखना जरूरी होता है। इस दिन अगर आप उपवास रखते है या नहीं भी रखते है, तो भी मन में किसी प्रकार का छल कपट या लालच का भाव नहीं रखना चाहिए। आज के दिन काले रंग के वस्त्रों को धारण करने से बचना चाहिए इस रंग को अशुभ माना जाता है। एकादशी तिथि पर उपवास न रखने वाले लोगों को भी भूलकर चावल का सेवन नहीं करना चाहिए इसे अच्छा नहीं माना जाता है इस दिन क्रोध करने से बचें, किसी को अपशब्द भी नहीं कहना चाहिए। आज के दिन मांस मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए ऐसा करने वालों को भगवान का क्रोध सहन करना पड़ सकता है।