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नवरात्रि में इस विधि से तैयार करें पारंपरिक कन्या भोज, जानिए सही तरीका

 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: इन दिनों देवी मां दुर्गा का महापर्व नवरात्रि चल रहा हैं इन नौ दिनों तक चलने वाले त्योहार में देवी मां दुर्गा की नौ दिनों तक विधिवत पूजा की जाती हैं इस दौरान लोगों में गजब का उत्साह होता हैं बाजारों और पडालों में भी बहुत रौनक देखने को मिलती है। देवी मां दुर्गा की पूजा के लिए श्रद्धालु पंडाल तक आते हैं और मां दुर्गा की पूजा करते हैं इस पूजा के दौरान माता का भंडारा भी किया जाता हैं जो कि प्रसाद के रूप में होता हैं और इसे श्रद्धाुल खाते हैं।

वही कन्या पूजन एक लो​क​ प्रिय हिंदू पवित्र अनुष्ठान हैं जो नवरात्रि उत्सव के आठवें और नौवें दिन किया जाता हैं इस साल शारदीय नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि 13 अक्टूबर और 14 अक्टूब को पड़ रही हैं तो आज हम आपको इससे जुड़ी जानकारी के साथ साथ नवरात्रि में पारंपकिर तौर पर कन्या भोज की विधि बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।  

नवरात्रि पूजन के लिए छोटी लड़कियां सबसे अधिक शुभ और शुद्ध आत्मा वाली होती हैं जिनमें बड़ी स्त्री की क्षमता होती हैं और इसलिए उन्हें मां दुर्गा का अवतार माना जाता हैं दुर्गा के सम्मान के प्रतीक के रूप में, नौ कंजकाओं का स्वागत करने का इस दौरान एक अनुष्ठान होता हैं इस दिन भक्त पैर धोते हैं, माथे पर रोली लगाते हैं और उन्हें भोजन, उपहार और नकद देते हैं।वही इस शुभ दिन को मनाने के लिए कन्याओं को परोसने के लिए बिना प्याज और लहसनु के विशेष भोजन तैयार किया जाता हैं इस दिन व्यंजन का अत्यधिक महत्व होता हैं जिसमें मसालेदार व्यंजन और एक मीठा भी शामिल होता हैं कन्या भोज को पवित्र माना जाता हैं और इसलिए इसे भक्ति और पवित्रता के साथ तैयार किया जाता हैं। 


   
कन्या भोज में पूरी गेहूं के आटे से बनती हैं कन्या पूजन पर इसे बनाकर हलवे के साथ परोसा जाता हैं सूजी का हलवा, ये विशेष व सवादिष्ट व्यंजन है जो सूजी, घी और चीनी से बनाई जाती हैं। काले चने जिसे काले चने या बंगाल ग्राम के रूप में जाना जाता हैं कन्या पूजन के लिए एक पारंपरिक तैयारी हैं ये प्रोटीन से भरपूर होता हैं और बहुत ही स्वादिष्ट , कम वसा वाला व्यंजन हैं लहसुन और प्याज से परहेज करना चाहिए। 

वही कुछ लोग कन्या पूजन पर परोसने के लिए खीर भी बनाते हैं ये एक प्रसिद्ध भारतीय व्यंजन हैं जिसे दूध, चावल, चीनी से बनाया जाता हैं सूखे मेवे और केसर जोड़ने के लिए आप्शनल हैं। उबले हुए आलू घी और सारे मसालों के साथ तैयार किये जाते हैं प्याज और लहसुनका सेवन नहीं करना चाहिए।