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पूजन में देवी मां प्रसन्न हुई या नहीं ऐसे करें पता

 

नवरात्रि का पर्व आने वाला हैं इस बार शारदीय नवरात्रि 29 सितंबर से शुरू हो रही हैं नवरात्रि के पावन दिनों में जो भी व्यक्ति नवरात्रि का व्रत और दुर्गा सप्तशती का पाठ करता हैं वे लोग इस दौरान घर में मिट्टी के बर्तनों में ज्वरे यानि की जौ बोते हैं वही तीन दिनों में इसमें अंकुर फट जाते हैं इन अंकुरित जौ को बहुत शुभ और लाभकारी माना जाता हैं इनके द्वारा ही साल भर की भविष्यवाणी की जा सकती हैं इसके द्वारा ही व्यक्ति यह भी पता  लगा सकता हैं कि हमारे द्वारा की गई साधना सफल हुई हैं या फिर नहीं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे पला लगाए की पूजा का फल व्यक्ति को प्राप्त होगा या नहीं, तो आइए जानते हैं।

बता दें कि अगर अंकुरित जौ में काले रंग के अंकुर उगते हैं, तो वह अशुभ संकेत माना जाता हैं और साल भर अकाल और निर्धनता बढ़ने का संकेत भी देता हैं वही अंकुरित जौ अगर धुंए के रंग वाली उगती हैं तो यह परिवार के लिए शुभ नहीं होती हैं मान्यता के मुताबिक साल भर परिवार में आपसी कलह बढ़ता है और प्रेम कम होता हैं। वही अगर किसी साल जौ नहीं उगते हैं तो वह साल काफी परेशानियों वाला माना जाता हैं उस साल में जनहानि होने की संभावनाएं भी अधिक होती हैं ऐसे साल में कार्यों में रुकावट भी आती हैं और परिवार में किसी सदस्य की आकस्मिक मृत्यु भी हो सकती हैं।

वही नीले रंग वाले जौ अंकुरित हुए हैं तो उस साल अकाल पड़ने की संभावनाएं अधिक हो जाती हैं अगर लाल रंग के जौ अंकुरित हुए हैं तो उस वर्ष रोग व्याधि और शत्रु भय अधिक रहता हैं।

नवरात्रि के पावन दिनों में जो भी व्यक्ति नवरात्रि का व्रत और दुर्गा सप्तशती का पाठ करता हैं वे लोग इस दौरान घर में मिट्टी के बर्तनों में ज्वरे यानि की जौ बोते हैं वही तीन दिनों में इसमें अंकुर फट जाते हैं इन अंकुरित जौ को बहुत शुभ और लाभकारी माना जाता हैं इनके द्वारा ही साल भर की भविष्यवाणी की जा सकती हैं इसके द्वारा ही व्यक्ति यह भी पता लगा सकता हैं पूजन में देवी मां प्रसन्न हुई या नहीं ऐसे करें पता