पापांकुशा एकादशी पर ऐसे करें लक्ष्मी नारायण की पूजा, दूर होगी पैसों की किल्लत!
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं लेकिन एकादशी व्रत का अपना महत्व होता है जो कि हर माह में दो बार आती है ऐसे साल में कुल 24 एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी की तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है और इस दिन भक्त श्री हरि की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु की कृपा बरसती है।
सभी एकादशी तिथियों में पापांकुशा एकादशी व्रत सबसे अधिक खास होता है इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से कष्ट और पापों से छुटकारा मिलता है साथ ही अन्न धन में वृद्धि होती है। इस साल पापांकुशा एकादशी का व्रत 13 अक्टूबर दिन रविवार को किया जाएगा। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की सरल पूजा विधि बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
पापांकुशा एकादशी पूजा विधि—
एकादशी तिथि पर सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर सूर्य देव को जल अर्पित करें अब घर के पूजा स्थल की साफ सफाई कर गंगाजल का छिड़काव करें इसके बाद एक छोटी चौकी पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें इसके बाद पूजा आरंभ करें। सबसे पहले भगवान के समक्ष धूप दीपक जलाएं इसके बाद दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया, लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।। इस मंत्र का जाप करें और भगवान को पीले चंदन का तिलक लगाएं पुष्पों की माला अर्पित करें अब पुष्प, तुलसी, रोली, पान, सुपारी अर्पित कर खीर, पंजीरी और पंचामृत का भोग लगाएं। इसके बाद विष्णु चालीसा का पाठ करें इसके बाद भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की आरती करें। अंत में प्रसाद बाटें और अगले दिन मुहूर्त में अपने व्रत का पारण करें। इस विधि से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से आर्थिक संकट दूर हो जाता है।