कल होली भाई दूज पर कैसे करें तिलक? यहां देखें सरल विधि और नियम
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में कई सारे पर्व त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन भाई दूज को बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है जो कि भाई बहनों के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहन अपने भाई को तिलक लगाकर उसकी सलामती के लिए प्रार्थना करती है तो वही भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन लेते हुए उसे उपहार भेंट करता है।
भाई दूज का त्योहार साल में दो बार पड़ता है एक दिवाली के बाद मनाया जाता है तो वही दूसरा होली के बाद पड़ता है। इस पर्व को कई नामों से जाना जाता है जिसमें होली भाई दूज, भाई टीका, भाउबीज, भाई बीज, भ्रातृ द्वितीया और भाई फोंटा के नामों से भी अलग अलग राज्यों में जाना जाता है।
पंचांग के अनुसार होली भाई दूज का त्योहार हर साल चैत्र माह में आने वाले कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि पर मनाया जाता है। इस साल होली भाई दूज का पर्व कल यानी 16 मार्च को मनाया जाएगा। तो आज हम आपको तिल की सरल विधि बता रहे हैं, तो आइए जानते हैं।
ऐसे करें भाई का तिलक—
आपको बता दें कि होली भाई दूज के दिन बहनें एक थाली लेकर उसमें लाल चंदन, गंगाजल डालकर तिलक बनाएं। अब हल्दी और जल भी डाल दें। इसके साथ ही थोड़ा अक्षत और मिठाई भी रख लें। सबसे पहले भगवान विष्णु के चरणों में तिलक लगाएं और 27 बार ‘ऊं नमो नारायणाय’ इस मंत्र का जाप करें।
इसके बाद शुभ मुहूर्त में अपने भाई को चौकी पर बैठाकर तिलक लगाएं। तिलक लगाने के बाद भाई की आरती करें और उन्हें मिठाई खिलाएं। इसके बाद भाई अपनी बहन को उपहार स्वरूप कुछ न कुछ भेंट करें।