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Basant Panchami 2024 बसंत पंचमी के मौके पर करें मां सरस्वती के इन मंत्रों का जाप, करियर संबंधी हर परेशानी होगी दूर 

 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्कः कल यानी 14 फरवरी दिन बुधवार को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। जो कि मां सरस्वती की पूजा को समर्पित दिन है इस दिन भक्त देवी मां की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से देवी की कृपा मिलती है। 

लेकिन इसी के साथ ही अगर सरस्वती पूजन के दौरान माता के प्रिय मंत्रों का विधिवत जाप किया जाए तो देवी शीघ्र प्रसन्न होकर कृपा करती हैं और करियर, कारोबार व अन्य परेशानियों से मुक्ति दिलाती है तो आज हम आपको उन्हीं मंत्रों के बारे में बता रहे हैं। 

अगर आत्मविश्वास की कमी है तो बसंत पंचमी के दिन चांदी की कलम को शहद में उुबोकर संतान की जीभ पर ऊं लिखें। माना जाता है कि ऐसा करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है साथ ही बोलने की क्षमता का भी विकास होता है। अगर किसी को शिक्षा प्राप्ति में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे में बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा कर देवी को सफेद चंदन अर्पित करें साथ ही 108 बार सरस्वती मंत्र का जाप करें। मान्रूता है कि ऐसा करने से परेशानी दूर हो जाती है। 

देवी सूक्त से सरस्वती मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेणसंस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

सरस्वती पूजा मंत्र
ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परम रक्षिणी।
मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय स्वाहा।।

सरस्वती देवी का मूल मंत्र
ओम ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः।
मां सरस्वती का संपूर्ण मंत्र
ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परम रक्षिणी।
मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय स्वाहा।।

सरस्वती वंदना
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥
शुक्लाम् ब्रह्मविचार सार परमाम् आद्यां जगद्व्यापिनीम्।
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्॥
हस्ते स्फटिकमालिकाम् विदधतीम् पद्मासने संस्थिताम्।
वन्दे ताम् परमेश्वरीम् भगवतीम् बुद्धिप्रदाम् शारदाम्॥2॥