×

आज नाग पंचमी पर इस विधि से करें अष्टनागों की पूजा, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्कः हिंदू धर्म में पूजा पाठ और व्रत त्योहारों को बेहद ही खास माना जाता है वही अभी सावन का पवित्र महीना चल रहा है और इस महीने कई सारे व्रत त्योहार पड़ते है जिन्हें महत्वपूर्ण माना गया है वही आज यानी 2 अगस्त दिन मंगलवार को नाग पंचमी का त्योहार देशभर में मनाया जाता है यह पर्व बेहद ही खास होता है पंचांग के अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है इस पवित्र दिन पर अष्टनागों की पूजा आराधना का विधान होता है सावन में नाग पंचमी के पर्व का विशेष महत्व होता है श्रावण मास का महीना और नाग दोनों ही भोलेनाथ को बेहद ही प्रिय है

इस दिन नाग देवता की पूजा करना पुण्यदायी माना जाता है आज यानी नाग पंचमी के दिन अष्टनागों में वासुकी नाग सहित अनन्त,पदम, महापदम, तक्षक, कुलीर, कर्कट, शंख, कालिया और पिंगल नामक नाग देव की पूजा अर्चना विधि विधान से की जाती है आज के दिन शिव और नाग देवता की एक साथ पूजा अर्चना करने से कालसर्पदोष से जातकों को मुक्ति मिल जाती है और जीवन के कष्टों से भी छुटकारा पाया जाता है आज यानी 2 अगस्त को सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत भी रखा जा रहा है यह व्रत देवी मां पार्वती की पूजा आराधना के लिए विशेष माना जाता है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्रवारा बता रहे हैं नाग पंचमी की पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि, तो आइए जानते हैं। 

नाग पंचमी मुहूर्त- 
नाग पंचमी तिथि आरंभ- 2 अगस्त 2022 सुबह 5 बजकर 13 मिनट से
नाग पंचमी तिथि का समापन- 3 अगस्त 2022 सुबह 5 बजकर 41 मिनट तक

नाग पंचमी पूजन की विधि-
नाग पंचमी के पावन दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान शिव शंकर और नाग देवता का स्मरण करें मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से सर्प भय से छुटकारा मिल जाता है भगवान शिव का जलाभिषेक करें उनको बेलपत्र, धतूरा, पुष्प आदि अर्पित करें। इसके बाद भोलेनाथ के गले में विराजमान नाग देवता को तांबे के लोटे से जल और पीतल के लोटे से दूध अर्पित करें। इससे ाग देवता और शिव शंकर दोनों की ही कृपा व आशीर्वाद भक्तों को प्राप्त होगा। इस दिन अगर संभव हो तो आप नाग नागिन का जोड़ा मंदिर में रखकर इनका पूजन अभिषेक भी कर सकते हैं

नाग पंचमी के दिन घर के मुख्य दवार पर गोबर से नाग देवता की आठ आकृतियां बनाएं और फिर इनको रोली, हल्दी, अक्षत, पुष्प फल, मिठाई अर्पित करें। नाग देवता की विधिवत पूजा अर्चना करें और पूजा में ऊं कुरू कुल्ले फट स्वाहा मंत्र का जाप जरूर करें नाग देवता को भोग में आज के दिन गुड़ में घी मिलाकर अर्पित करना चाहिए ऐसा करने से नाग देव प्रसन्न होते हैं और इनकी कृपा से सर्पों के भय से मुक्ति मिल जाती है।