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आज है योगिनी एकादशी, व्रत के पूर्ण फल के लिए न करें ये काम

 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत को बेहद ही खास माना जाता है वही हर माह में दो एकादशी तिथि पड़ती है और हर एकादशी का महत्व अलग होता है आषाढ़ माह में पड़ने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी या फिर आषाढ़ी एकादशी के नाम से जानते हैं इस दिन विधिपूर्वक व्रत रखने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है कई हजारा ब्राह्मणों को खाना खिलाने जितना फल प्राप्त होता है।

ज्योतिष अनुसार एकादशी के व्रत का पूर्ण फल तभी प्राप्त होता है जब एकादशी के नियमों का सही से पालन किया जाता है एकादशी के व्रत पूजा शुभ मुहूर्त में की की जाती है इसलिए योगिनी एकादशी के दिन व्रत के पूर्ण फल के लिए आज के शुभ और अशुभ मुहूर्त को सही से जान लें शुभ मुहूर्त में की गई पूजा से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं तो आज हम आपको इसके बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं। 

योगिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त—
मान्यता है कि एकादशी के दिन राहु काल के साथ साथ अशुभ मुहूर्तों में पूजा करने से बचना चाहिए ऐसी मान्यता है कि इन अशुभ मुहूर्त में पूजा करने से व्यक्ति को पूर्ण फल की प्राप्ति होती है आषाढ़ माह की एकादशी तिथि का आरंभ 23 जून रात 9 बजकर 41 मिनट से शुरू होकर 24 जून रात 11 बजकर 12 मिनट पर समाप्त होगी।

इस दिन अभिजीत मुहूर्त 24 जून, शुक्रवार 11 बजकर 33 मिनट से 12 बजकर 28 मिनट तक है वहीं योगिनी एकादशी व्रत का पारण 25 जून, शनिवार के दिन किया जाएगा। इस दिन सुबह 5 बजकर 47 मिनट से लेकर 8 बजकर 28 मिनट तक पारण किया जा सकता है। 

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग 24 जून, शुक्रवार सुबह 5 बजकर 24 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 4 मिनट तक है वहीं पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 56 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 51 मिनट तक होगा। 

योगिनी एकादशी की पूजा इस मुहूर्त में न करें—
आज राहुकाल सुबह 10:39 मिनट से दोपहर 12:24 मिनट तक रहेगा
यमगंड काल दोपहर 3:53 मिनट से शुरू होकर शाम 5:38 मिनट तक होगा
गुलिक काल सुबह 7: 09 मिनट से शुरू होकर सुबह 8:54 मिनट तक है
विडाल योग काल सुबह 5:24 मिनट से सुबह 8:04 तक होगा
वर्ज्य काल शाम6: 36 मिनट से रात 8:32 मिनट तक रहेगा
दुमुहूर्त काल सुबह 8:12 बजे शुरू होगा और 9:08 मिनट तक रहेगा
गण्डमूल सुबह 5:24 मिनट से 8:04 मिनट तक रहेगा