क्या सच है Salaar में दिखाए गए खानसार की कहानी, क्या सच में है कोई इतनी सिस्टमैटिक दुनिया
टॉलीवुड न्यूज़ डेस्क - हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'सालार' एक ऐसी दुनिया की कहानी दिखाती है, जिसे देखकर हर किसी के मन में कई सवाल उठते हैं। दरअसल, यह एक ऐसी दुनिया की कहानी है जहां हर सुख-सुविधा होने के बावजूद लोग एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं। कुछ लोगों के मन में यह भी सवाल है कि क्या वाकई ऐसी कोई दुनिया है, जहां सब कुछ इतना व्यवस्थित होने के बाद भी क्रूरता की कोई सीमा नहीं है। आइए जानते हैं कि क्या सच में 'सालार' के 'खानसार' की इस दुनिया जैसी कोई दुनिया है?
दरअसल, यह असल दुनिया की कहानी नहीं बल्कि एक काल्पनिक कहानी है, जिसे फिल्म 'सालार' बनाने के लिए रचा गया है। इस कहानी की जड़ें फिल्म के निर्देशक प्रशांत नील के दिमाग से जुड़ी हैं और उन्होंने ही इसे रचा है। असल में ऐसी कोई जगह नहीं है जो इतनी खतरनाक और क्रूर हो। जहां वोटिंग तो होती है, लेकिन लोकतंत्र नहीं। हालांकि, अब लोगों के मन में ये सवाल जरूर आएगा कि अगर ऐसी कोई जगह सच में होती तो क्या होता. अगर वाकई ऐसी कोई जगह होती तो यहां के नियम-कायदे बेहद सख्त होने चाहिए। साथ ही जैसा कि फिल्म में दिखाया गया है, वोटिंग तो होती है लेकिन लोकतंत्र में ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि अगर दुनिया में कहीं ऐसी जगह होती तो क्या लोग वहां शांति से रह पाते? हर कोई इन हालात में नहीं रह सकता, इसलिए ऐसी कहानियां सिर्फ फिल्मों या किताबों में ही अच्छी लगती हैं। कोई भी काल्पनिक कहानी हकीकत से बहुत अलग होती है। हालाँकि, इसका वास्तविक जीवन से कितना संबंध है यह कहानी पर ही निर्भर करता है।
इतना ही नहीं बल्कि एक रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म के डायरेक्टर प्रशांत नील ने इसकी कहानी के बारे में बात करते हुए कहा कि वह फिल्म के लिए 'खानसार' जैसी जगह बनाना चाहते थे. उन्होंने कहा कि वह यह दिखाना चाहते हैं कि दुनिया की सबसे हिंसक जगह पर भावनाएं भी महत्वपूर्ण हैं. इसलिए फिल्म की कहानी से साफ है कि यह काल्पनिक है और इसका हकीकत से कोई लेना-देना नहीं है।