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हर माँ के दिल को झकझोर कर अख देने वाले Sheena Bora मर्डर केस पर फिल्माई गई है डॉक्युमेंट्री, इस OTT पर होगी रिलीज़ 

 

ओटीटी न्यूज़ डेस्क - 2012 का वो मर्डर केस, जिसने मां-बेटी के रिश्ते को तार-तार कर दिया था. इस हत्या ने सभी को झकझोर कर रख दिया. इस मामले में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी थीं. 25 साल की शीना बोरा इंद्राणी मुखर्जी की बेटी थी। हत्या के तीन साल बाद इंद्राणी और उसके ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया था। इस हत्याकांड को 12 साल बीत चुके हैं, लेकिन इसकी गुत्थी अब तक नहीं सुलझ पाई है. अब इस हत्याकांड पर एक डॉक्यूमेंट्री की घोषणा की गई है। हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने शीना बोरा केस पर एक डॉक्यूमेंट्री की घोषणा की है, जिसके जरिए लोग इस कहानी को करीब से जान सकेंगे।


नेटफ्लिक्स पर आने वाली शीना बोरा मर्डर केस की डॉक्यूमेंट्री सीरीज का नाम 'द इंद्राणी मुखर्जी स्टोरी बरीड ट्रुथ' है। 29 जनवरी को नेटफ्लिक्स ने डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर के साथ इसकी घोषणा की। पोस्टर में इंद्राणी का आधा चेहरा नजर आ रहा है. इसे शेयर करते हुए कैप्शन लिखा गया, ''एक सनसनीखेज घोटाला जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया, जिसके केंद्र में एक परिवार के सबसे गहरे रहस्य थे.'' यह सीरीज़ 23 फरवरी से नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होगी। इस साज़िश से भरी डॉक्यू-सीरीज़ में इंद्राणी मुखर्जी, उनके बच्चे विधि मुखर्जी और मिखाइल बोरा, अनुभवी पत्रकार और वकील हैं, जो बेकार पारिवारिक गतिशीलता और जटिल प्रेरणाओं पर प्रकाश डालते हैं। इसका निर्देशन शाना लेवी और उराज बहल ने किया है। इस सीरीज में कई ऐसे राज खुलेंगे, जिनसे लोग अब तक अंजान हैं।


शीना बोरा की 2012 में मुंबई में हत्या कर दी गई थी। हालांकि इस केस की गुत्थी तीन साल तक नहीं सुलझ पाई थी। फिर 2015 में शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया. इंद्राणी ने दो शादियां की थीं. उनकी पहली शादी से शीना बोरा हुई और उनके दूसरे पति पीटर मुखर्जी थे, जो टीवी इंडस्ट्री का जाना-माना नाम थे। शुरुआत में इंद्राणी ने शीना को अपनी बहन बताया और बाद में स्वीकार किया कि वह उसकी बेटी है।

6 साल 9 महीने तक भायखला जेल में रहने के बाद साल 2022 में 2 लाख रुपये का बॉन्ड देने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. इससे पहले 2021 में इंद्राणी ने दावा किया था कि उनकी बेटी जीवित है. उसके एक वकील ने शीना को कश्मीर में देखा है. रिहा होने के बाद इंद्राणी ने इस केस पर किताब लिखी और अपना पक्ष रखा. आज भी इस हत्याकांड का रहस्य अनसुलझा है।