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Class of 83 Review : बॉबी की दमदार एक्टिंग और अच्छी कहानी का मिश्रण है यह फ़िल्म

 

ओटीटी प्लेटफॉर्म पर  लगातार कई बड़ी फ़िल्मे रिलीज हो रही है। जिन्हें काफी ज्यादा कामयाबी भी मिल रही है। ओटीटी  भारत में अपनी अगर कहानियो के लिए जाना जाता है। यहाँ पर बॉलीवुड का प्यार मुहब्बत वाला फार्मूला काम नहीं करता ओटीटी पर सब एक अच्छी कहानी देखने आते है। फिर उसमे स्टार कोई भी हो। यही कारण है की ओटीटी आज के वक्त में एक बहुत बड़ा माध्यम बन चुका है।

बॉलीवुड एक्टर बॉबी देओल अब काफी वक्त बाद फ़िल्मों में वापसी कर रहे है। बॉबी को ओटीटी प्लेटफार्म से काफी उम्मीद है। उनका मानना है ओटीटी के दर्शकों को उनका काम और एक्टिंग पसंद आ सकती है। जिसके चलते बॉबी की क्लास ऑफ़ 83 को आज नेटफ्लिक्स पर रिलीज कर दिया गया है।

कास्ट

बॉबी देओल, अनूप सोनी, जॉय सेनगुप्ता, विश्वजीत प्रधान। 

इस फ़िल्म में एक्टिंग की अगर बात करे तो सभी कलाकारों ने अपने किरदार के साथ इंसाफ किया है। अनूप सोनी मुख्यमंत्री पाटकर के किरदार में काफी अच्छे नज़र आते है। वही पुलिस अफसर विजय सिंह के किरदार में बॉबी का काम काफी ज्यादा दमदार है। साथ ही बाकि कलाकार भी काफी अपने किरदारों में काफी अच्छे नज़र आए है।

कहानी 

इस फ़िल्म की कहानी एस। हुसैन ज़ैदी के नॉवल क्लास ऑफ़ 83- द पनिशर्स ऑफ़ मुंबई से ली गयी है। मुंबई और अंडरवर्ल्ड से जुड़ाव किसी से छिपा नहीं है। यह फ़िल्म उसी वक्त की कहानी दिखाती है जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड अपने पाँव काफी पसार चुका था। जिसके पीछे बेरोज़गारी एक सबसे बड़ा कारण था। जिसका खात्मा करने के लिए  मुंबई में पहले एनकाउंटर स्क्वॉड बनने की कहानी है क्लास ऑफ़ 83।

 इस फ़िल्म की शुरुवात में एक डायलॉग है ‘भविष्य की मुंबई पुलिस।।। फिल्म में नकली पुलिसवाले का रोल करने लायक भी नहीं हो तुम लोग।’ जो आज की मुंबई पुलिस पर तंज की तरफ़ इस्तेमाल किया जा रहा है। यह कहानी विजय सिंह के इद गीध घुमती है। जो नासिक के ट्रेनिंग स्कूल में डीन बना दिया जाता है। जहा वह 5 सबसे नालायक लडको को चुनकर उन्हें अंडरवर्ल्ड के खिलाफ तैयार करता है। यह कहानी जितनी  साधारण नज़र आती उससे कई ज्यादा मजेदार है।

निर्देशन 

इस पुलिस क्राइम ड्रामा फ़िल्म का निर्देशन अतुल सभरवाल ने किया है। जिसमे वह काफी हद तक कामयाब हो गये है। उन्होंने फ़िल्म को ज़बरदस्ती खींचने की कोशिश बिलकुल नहीं की है। साथ भी वह 80s का वक्त काफी खूबसूरती से दिखने में कामयाब हुए है।हर एक किरदार ने उन्होंने अपना बेस्ट निकलवाया है।

क्या अच्छा है 

फ़िल्म की कहानी काफी अच्छी है। वही बात की जाए एक्टिंग की वो भी सभी कलाकारों को काफी अच्छी नज़र आती है। फ़िल्म आपको अपने साथ बांधे रखती है।

रिव्यु 

यह बॉबी देओल की दूसरी पारी है जिसमे वह कामयाब होते हुए नज़र आ रहे है। ओटीटी पर उनकी शुरुवात काफी अच्छी नज़र आ रही है। इस फ़िल्म की कहानी काफी सामान्य है लेकिन उसको काफी ज्यादा खूबसूरती के केद किया है। दबंग फ़िल्म को पसंद करने वाले को यह फ़िल्म नहीं देखनी चाहिए। यह एक असली पुलिस ड्रामा है जो लोगो को काफी ज्यादा पसंद आने वाली है। हम इस फ़िल्म को  3 ½   /   5  देंगे।