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पूनम पांडे ने कहा- 'अगर आप सर्वाइकल कैंसर के बारे में बात करते, तो मुझे ऐसा नहीं करना पड़ता'

 

मुंबई, 4 फरवरी (आईएएनएस)। एक्ट्रेस और मॉडल पूनम पांडे अपनी मौत की झूठी खबर फैलाने को लेकर इंटरनेट पर काफी आलोचना का सामना कर रही हैं। एक्ट्रेस ने दावा किया कि उन्होंने यह सब कैंसर के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए किया।

आलोचानाओं का जवाब देते हुए पूनम ने कहा कि उन्होंने पब्लिसिटी के लिए ऐसा नहीं किया है और उन्हें पब्लिसिटी की जरूरत नहीं है। यह एक "अच्छे उद्देश्य" के लिए किया गया।

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में उन्होंने कहा कि वह इस मामले में बेहद संवेदनशील हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी मां को गले के कैंसर से पीड़ित देखा है और वह जानती हैं कि यह लड़ाई कितनी मुश्किल है।

उन्होंने वीडियो में कहा, ''जो लोग सोचते हैं कि मैं असंवेदनशील हूं, मैं आपको बताना चाहूंगी कि मेरी मां को कैंसर हुआ था। उन्हें गले का कैंसर था और मैंने अपने घर में यह देखा है कि यह कितना बुरा होता है। यहां, मैं एक अच्छे मकसद के लिए कुछ प्रचार कर रही थी, एक ऐसा कैंसर जिसे रोका जा सकता है, बावजूद इसके बहुत सी महिलाएं इस कैंसर का शिकार हो जाती हैं।''

उन्होंने कहा कि यह सब एक अच्छे उद्देश्य के लिए किया गया क्योंकि इस एक्ट में कोई फार्मास्यूटिकल कंपनी शामिल नहीं है।

उन्होंने कहा, ''हमने जागरूकता बढ़ाने के लिए ऐसा किया, और बहुत से लोग, जिन्हें सर्वाइकल कैंसर के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, वे अब इसे गूगल पर सर्च कर रहे हैं और यह अभी ट्रेंड में है। मुझे बहुत सारे कमेंट्स और डीएम मिल रहे हैं जहां महिलाएं मुझे बता रही हैं कि उन्हें एचपीवी वैक्सीन मिल रही है और वे अपना पैप स्मीयर टेस्ट करवा रही हैं।''

उन्होंने आगे कहा, ''मैंने पब्लिसिटी के लिए ऐसा नहीं किया है, मुझे पब्लिसिटी की जरूरत नहीं है। मैं अच्छी तरह से जानती थी कि मुझे इस तरह की प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा, मैंने इसे एक अच्छे उद्देश्य के लिए किया, दोस्तों। आप लोगों ने मेरी मौत के बारे में सुना तो आप सब लोग सर्वाइकल कैंसर के बारे में बात करने लगे।''

उन्होंने कहा, ''जिस क्षण आपको पता चला कि मैं जिंदा हूं, आप लोग अब अच्छे मकसद के लिए कुछ करने के लिए मुझ पर निशाना साध रहे हैं। सर्वाइकल कैंसर के बारे में अगर सब बात करते तो मुझे ये सब करने की जरूरत नहीं पड़ती, और दोस्तों, मेरा पीआर इसमें शामिल नहीं है।''

--आईएएनएस

पीके/एसकेपी