×

Feroz Khan Death Anniversary: पत्नी ने की बेवफाई, शादीशुदा से की शादी, पुण्यतिथि पर जानिए फिरज खान की जिंदगी अनछुए पहलू 

 

मनोरंजन न्यूज़ डेस्क -  फिरोज खान ने अपने काम के दम पर इंडस्ट्री में अलग पहचान बनाई. एक्टिंग के अलावा उन्होंने डायरेक्शन और प्रोडक्शन के क्षेत्र में भी हाथ आजमाया। उन्होंने अपने पूरे करियर में 60 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया और बॉलीवुड के लोकप्रिय स्टाइल आइकन में से एक बन गए। आज ही के दिन 27 अप्रैल 2009 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था। फिरोज खान जितना अपनी प्रोफेशनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में रहे, उतनी ही उन्होंने अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी सुर्खियां बटोरीं।


करियर में खूब सफलता मिली

फिरोज खान ने अपने फिल्मी करियर में कई सफल फिल्में दीं। 'औरत', 'सफर', 'मेला', 'उपासना', 'अपराध', 'खोटे सिक्के', 'काला सोना', 'धर्मात्मा' जैसी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 'दयावान' लिखा, 'मिलिए मेरे मन से; एक्टिंग के साथ-साथ उन्होंने 'यलगार', 'प्रेम अगन', 'जानशीन' जैसी फिल्मों का निर्देशन भी किया। 2007 में आई फिल्म 'वेलकम' एक्टर के करियर की आखिरी फिल्म थी जिसमें उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन आरडीएक्स का किरदार निभाया था। फिरोज खान अपनी शानदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं।


एक बेटी की मां से शादी की
फिरोज खान ने 1965 में सुंदरी से शादी की। दोनों की मुलाकात एक पार्टी के दौरान हुई थी। सुंदरी तलाकशुदा थी जिसकी पहले से ही एक बेटी थी। लंबे अफेयर के बाद दोनों ने शादी कर ली। फ़िरोज़ और सुंदरी के दो बच्चे हैं, फरदीन खान और लैला खान। बेशक फिरोज ने सुंदरी से लव मैरिज की थी, लेकिन उनकी शादीशुदा जिंदगी बिल्कुल भी खुशहाल नहीं थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुंदरी से शादी के दौरान फिरोज का एक एयरहोस्टेस से अफेयर था। दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में भी रहने लगे।


पत्नी ने धोखा दिया

सुंदरी को अपने पति की बेवफाई पसंद नहीं आई और उसने घर छोड़ने का फैसला कर लिया. हालांकि बाद में सुंदरी घर लौट आईं लेकिन रिश्ते में दरार कम नहीं हो पाई और 1985 में तलाक के बाद दोनों अलग हो गए।

कैंसर ने ले ली एक्टर की जान
27 अप्रैल 2009 को 69 वर्ष की आयु में फ़िरोज़ खान की फेफड़ों के कैंसर से मृत्यु हो गई। उनका इलाज मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में किया गया लेकिन अंत में उन्हें बचाया नहीं जा सका। मरने से पहले एक्टर ने बेंगलुरु स्थित अपने फार्महाउस जाने की इच्छा जताई थी, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली।