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Varanasi  भाषा नीति निर्माण में काशी विद्यापीठ की भूमिका अहम

 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने कहा कि देश की भाषा नीति के निर्माण में विश्वविद्यालय की अग्रणी भूमिका रही है. वह  परिसर में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन सत्र में बोल रहे थे.

विद्यापीठ के हिंदी, अन्य भारतीय भाषा विभाग और भाषा सहोदरी हिंदी (न्यास) दिल्ली की ओर से गांधी अध्ययन पीठ सभागार में हुई संगोष्ठी में मुख्य अतिथि धर्मसंघ शिक्षा मंडल के महामंत्री जगजीतन पांडेय ने कहा कि हिंदी राष्ट्रीय एकता और स्वाभिमान की भाषा है. विशिष्ट अतिथि प्रो अनुराग कुमार ने कहा कि हिंदी को अब नई भूमिका में आना होगा. अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के स्थानीय संयोजक प्रो निरंजन सहाय ने कहा कि हिंदी किसानों, मजदूरों से लेकर सत्ता की गलियारे से गुजरते हुए अपने व्यापक रूपों में उभरी है.

समाज और विद्यार्थियों पर पड़ता है शिक्षक का असर

शिक्षक समाज को नई दिशा प्रदान करता है. शिक्षक पर समाज विश्वास करता है. शिक्षक की बातों का असर बच्चों पर पड़ता है. वह जो भी विचार रखता है वह सही माना जाता है.

उक्त बातें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ अरविंद पाठक ने मिशन शिक्षण संवाद की ओर से  आयोजित एकदिवसीय शैक्षिक संगोष्ठी में कहीं. केराकतपुर स्थित वाराणसी पब्लिक स्कूल में हुई संगोष्ठी इस वर्ष राज्य पुरस्कार से सम्मानित किए गए कमलेश पाण्डेय, एसआरजी कुंवर भगत सिंह, रणंजय सिंह, आराधना दुबे, जमाल अहमद खान, अनीता शुक्ला, श्वेता राय,नीलम राय, मुकुल मौर्य, संतोष पाण्डेय, नितिशा पाण्डेय उषा सिंह,आरती सोनकर, शशिभूषण त्रिपाठी का सम्मान किया गया.

 

 

वाराणसी न्यूज़ डेस्क