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2024 में लागू होगा सीकर शहर का 2041 मास्टर प्लान

 
सीकर न्यूज़ डेस्क !!! विधानसभा में आज प्रश्नकाल और शून्यकाल पर बहस हुई. जिसके बाद पहली बार लोकायुक्त की रिपोर्ट पर बहस हुई. सवाल-जवाब के दौरान यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह डोटासरा के सवाल के जवाब में कहा है कि सीकर शहर का मास्टर प्लान 2041 2024 में लागू किया जाएगा. खर्रा ने बताया कि सीकर शहर के शहरी क्षेत्र का मास्टर प्लान 2041 तैयार करने के लिए नगर परिषद, सीकर की ओर से 5 अप्रैल, 2023 को एमएनआईटी, जयपुर को कार्य आदेश दिये गये थे। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण अधिसूचना का प्रकाशन नहीं हो सका. अब हाईकोर्ट के आदेश को देखते हुए मामले की सुनवाई चल रही है.

मास्टर प्लान में शहर के साथ 50 गांव

सीकर शहर के शहरी क्षेत्र का मास्टर प्लान-2041 बनाने के लिए 22 दिसंबर 2022 को अधिसूचना जारी की गई थी, जिसमें 50 राजस्व गांव शामिल थे. वर्तमान में मास्टर प्लान-2031 में 38 राजस्व ग्राम अधिसूचित हैं, मुख्य नगर नियोजक द्वारा 6 जुलाई 2020 को मास्टर प्लान-2041 बनाने के लिए 12 नये राजस्व ग्रामों को शामिल करने के आदेश जारी किये गये थे।

कई गांव होंगे शामिल

सीकर शहर के नए मास्टर प्लान के तहत सीकर शहर के आसपास के 50 से ज्यादा गांवों को शहरी सीमा में शामिल किया जाएगा. ऐसे में नए मास्टर प्लान के मुताबिक शहर का दायरा बढ़ना तय है। नए मास्टर प्लान के अनुसार ढाका की ढाणी, सबलपुरा, जगमालपुरा, भेरूपुरा, शिवसिंहपुरा, कटराथल, कुडली, दादली, हरदयालपुरा, समर्थपुरा, नानी, नाथावतपुरा, चांदपुरा, सालमसिंह की ढाणी, बजाज नगर, देवीपुरा, खीचड़ों का बास, दुल्हा, नजदीक सीकर की ढाणी, राधाकिशनपुरा, रामू का बास, गोकुलपुरा, दूजोद, चैनपुरा, पालवास, कंवरपुरा, रामपुरा, संतोषपुरा, पुरा की ढाणी, बालाजी भेरूजी नगर, घोड़ाणा, नाला का बालाजी, चारण का बास, देवलानाडा, आशापुरा, बलरामपुरा, भधर। सीकर शहर के मास्टर प्लान में चेलासी, झीगर छोटी, कीर, शास्त्री नगर, झीगर बड़ी, बाजौर, देवगढ़, हीरामल नगर, मालखेड़ा हर्ष और पिपलिया नगर और आसपास के कई गांव और ढाणियां शामिल की जाएंगी।

नए मास्टर प्लान से कई उम्मीदें जगी रहेंगी

नए मास्टर प्लान से आवासीय और व्यावसायिक भूमि का क्षेत्रफल बढ़ेगा। शहर के मास्टर प्लान की समीक्षा में आसपास के 50 से ज्यादा गांव शामिल होंगे। इससे शहरी इलाकों में आवासीय और व्यावसायिक जमीन की कीमत बढ़ जायेगी. शहरी क्षेत्र में भी सैकड़ों बहुमंजिला इमारतें हैं। जिनमें से अधिकांश भवनों का निर्माण नियमों को ताक पर रखकर किया गया है। ऐसे में नवलगढ़ रोड और पिपराली रोड स्थित शहर के घने इलाकों में जल निकासी के साथ यातायात व्यवस्था भी सुगम होगी।