हज़ारों किलोमीटर की पैदल यात्रा कर चंद्र प्रकाश ने किए बाबा श्याम के दर्शन, भक्ति की शक्ति देख हर कोई हुआ नतमस्तक
"हारे का सहारा" बाबा श्याम की महिमा हर दिन नई ऊंचाइयों को छू रही है। सीकर स्थित विश्व प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में देश-दुनिया से लाखों श्रद्धालु आते हैं, लेकिन कुछ भक्त अपनी भक्ति से ऐसा उदाहरण पेश कर देते हैं कि लोग आश्चर्यचकित रह जाते हैं।
ऐसा ही भक्ति और संकल्प का उदाहरण पेश किया है चंद्र प्रकाश ढांढण ने, जिन्होंने हज़ारों किलोमीटर की पैदल यात्रा कर बाबा श्याम के दर्शन किए और मंदिर में धोक लगाई।
हज़ारों किलोमीटर की पदयात्रा, सिर्फ आस्था के सहारे
चंद्र प्रकाश ढांढण ने यह यात्रा न तो प्रचार के लिए की, न किसी दिखावे के लिए, बल्कि सिर्फ अपने मन में बसे बाबा श्याम के प्रति अटूट विश्वास और प्रेम से प्रेरित होकर की। वे रास्ते भर बाबा का नाम जपते, हर कसौटी पर खुद को परखते और भक्ति में लीन होकर आगे बढ़ते रहे।
इस यात्रा में उन्होंने सैकड़ों गाँव, कस्बे और शहर पार किए, लेकिन उनका मन सिर्फ सीकर के खाटू धाम में स्थित बाबा के चरणों तक पहुंचने के लिए लालायित था।
मंदिर पहुंचते ही भावुक हो उठे
जब चंद्र प्रकाश बाबा श्याम के दरबार में पहुंचे तो आंखों से अश्रुधारा बह निकली। मंदिर में धोक लगाते वक्त उन्होंने कहा,
“श्याम बाबा मेरे जीवन का सहारा हैं। यह यात्रा कठिन जरूर थी, लेकिन जब मन में श्रद्धा हो और बाबा का नाम हो, तो हर राह आसान लगती है।”
भक्तों में उत्साह, मंदिर में विशेष स्वागत
उनकी पदयात्रा की खबर जैसे ही मंदिर ट्रस्ट और स्थानीय श्रद्धालुओं को लगी, सभी ने उनका गुलदस्ता देकर स्वागत किया और भक्ति भावना को सलाम किया। मंदिर प्रशासन ने भी उनकी सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की।
भक्तों ने कहा कि चंद्र प्रकाश जैसे श्रद्धालु अन्य लोगों के लिए प्रेरणा हैं, जो यह साबित करते हैं कि भक्ति में शक्ति है और सच्चे मन से बाबा को पुकारो, तो वह जरूर बुलाते हैं।
बाबा श्याम की बढ़ती महिमा
खाटू श्याम मंदिर में हर साल फाल्गुन मेले से लेकर आम दिनों तक, लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। भक्तजन कई बार अनोखे चढ़ावे, विशेष संकल्प, या लंबी यात्राओं से बाबा को प्रसन्न करते हैं।
बाबा की महिमा इतनी है कि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई से लेकर विदेशों तक से भी श्रद्धालु यहां खिंचे चले आते हैं।